मेडा के दावाें की निकल रही हवा,
दावा पूरे शहर का मवाना रोड पर मेडा के डिवाइडर बदहाल
आयुक्त आवास चौराहे से डिफैंस कालोनी के रास्ते में कई जगह से लोहे की रैलिंग गायब
कई जगह से गायब हो गए हैं डिवाइडर, जो रह गए हैं वो भी बुरी तरह से है क्षतिगस्त
चौराहे से डेयरी फार्म तक का हिस्सा बना है डेंजर जोन, आए दिन होते हैं हादसे
मेरठ/महानगर के विकास का दम भरने और इस पर चर्चा के लिए बैठकों के नाम पर की जानी वाली लग्जरी पार्टियों में भारी भरकम खर्चा करने वाले मेरठ विकास प्राधिकरण के अफसरों को आयुक्त आवास से डिफैंस कालोनी के बीच के रास्ते पर लगवाए गए मिट्टी में तब्दील होते जा रहे डिवाइडर नजर नहीं आते। विकास की बात करने वाले मेडा अफसर अपनी ही बनायी गई चीजों के रखरखाव के लिए कितने गंभीर हैं, इसका अंदाजा महज मवाना रोड के मलवा बनते जा रहे डिवाइडरों को देखकर लगाया जा सकता है। क्षतिगस्त डिवाइडरों की वजह से आए दिन हादसे होते हैं। तमाम लोग चोटिल होते हैं और कुछ को अपनी जान भी गंवानी पड़ती है।
जो है उसका ध्यान नहीं
महानगर को जाम से मुक्ति और विकास पर 350 करोड़ खर्च करने की बात करने वाले मेडा (मेरठ विकास प्राधिकरण ) के अफसरों से मवाना रोड स्थित अपने डिवाडरों और यात्री शेड का तो रखरखाव किया नहीं जा रहा और बातें की जा रही हैं। नए करने की बातें करने वाले अफसरों को जो उन्होंने पहले बना दिया है उसके रखरखाव की चिंता उन्हें शायद नहीं। शहर को ट्रैफिक जाम मुक्त कराकर सौन्यदर्यीकरण की। मेडा के दावों में कितना दम है इसको परखने के लिए केवल मवाना रोड पर आयुक्त आवास से डिफैंस कालोनी तक का चक्कर काट आइए पता लग जाएगा कि किस प्रकार का रखरखाव मेडा करता है और दावों में कितना दम है। मवाना रोड पर मेडा ने यात्रीशेड बनवाया था लेकिन यात्री शेड बनवाने के बाद अफसर उसकी सुध लेना भूल गए। यात्रीशेड के नाम पर अब उसके अवशेष मात्र रह गए हैं। ऐसा नहीं कि यहां यात्रियों की कमी है या फिर उस ओर कोई आता जाता नहीं हैं। आवास आयुक्त चौराहे के समीप मवाना रोड पर जहां यात्री शेड बनवाए गए थे वहां वाकई इसकी बहुत जरूरत है। आयुक्त आवास चौराहे पर पौड़ी, कोटद्वार, बिजनौर, हस्तिनापुर, मवाना आदि की ओर जाने वाले बड़ी संख्या में बसों का इंतजार करते हैं। यात्रीशेड की बात करें तो उसकी जरूरत हर मौसम में पड़ती है, लेकिन मेडा अफसर समझते हैं कि मवाना रोड पर यात्रीशेडों की जरूरत नहीं हैं, इसीलिए माना जा रहा है कि जो यात्रीशेड डेमेज हो चुके हैं उनको दोबारा बनाने की जहमत नहीं उठायी गयी।
डेयरी फार्म एरिया डेंजर जोन
मवाना रोड का डिवाडर भी मेरठ विकास प्राधिकरण की देन है। मवाना रोड का कैंट डेयरी फार्म का मोड या कहें कट एक्सीडेंट जोन माना जाता है। डेयरी फार्म मोड पर आए दिन एक्सीडेंट होते हैं। लेकिन इसके बाद भी एक्सीडेंट रोकने में मददगार साबित होने वाले मवाना रोड के डिवाइडरों को खुद मदद की दरकार है। आयुक्त आवास चौराहे से लेकर डिफैंस कालोनी तक डिवाइडर जगह-जगह से बुरी तरह से क्षतिग्रस्त है। उसकी जालियां तक चोरी हो चुकी हैं। लेकिन लगता है कि मेडा अफसरों को इससे कोई सरोकार नहीं है। डिवाइडर पर लगी जालियां कौन उखाड कर ले गया। इसकी तफ्तीश करने या नई जालियां लगवाने व डिवाइडर की मरम्मत कराने की जरूरत नहीं समझी गई। लेकिन बात पूरे महानगर के ट्रैफिक को सुधार व सौन्दर्यीकरण की की जा रही है।