तुम ना आए तो हम चले आए, हालांकि एक पुरानी फिल्म का गाना है जिसके बोल कुछ यूं है तेरे दर पर सनम चले आए हैं-तू ना आया तो हम चले आए हैं- गाना भले ही पुराना हो, लेकिन सपाइयों के आज के हालात पर एकदम सटीक और फिट बैठता है। जयवीर प्रधान को 11 जून को सपा से बाहर का रास्ता दिखाने के बाद अखिलेश यादव ने शिवपाल खेमे के समझे जाने वाले विपिन चौधरी को मेरठ में जिला संगठन की जिम्मेदारी सौंप दी। विपिन चौधरी की ताजपोशी को कुछ सपाइयों ने मेरठ में शिवपाल के करीबियों का संगठन पर कब्जे के रूप में प्रचारित करना शुरू कर दिया। इस बात को तब और बल मिला जब पार्टी कार्यालय जेल चुंगी पर आयोजित समारोह में पूर्व कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर, शहर विधायक रफीक अंसारी सरीखे नहीं पहुंच। हालांकि विपिन चौधरी की ताजपोशी में अहम रोल रखने वाले शैंकी वर्मा ने शुक्रवार को बताया था कि जो नहीं आए हैं उनसे मिलने जिलाध्यक्ष खुद चले जाएंग और आज ऐसा ही हुआ। विपिन चौधरी खुद ही शाहिद मंजूर और रफीक अंसारी से मिलने उनके घर जा पहुंचे। एक मिलाए मुंह भी मीठा कराया लेकिन इसके बाद भी इस बात की गारंटी नहीं दी जा सकती है कि हाथ मिलने के साथ ही दिल भी मिल गए है और मुंह मीठा करने से मन की कडवाहट भी धुल गयी है।