उधम करनावल के नाम पर हत्या की धमकी

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उधम करनावल के नाम पर हत्या की धमकी, देहलीगेट थाना के जली कोठी जन्नत निशां के आसपास रात गहरी होते ही संदिग्ध लोगों की आवाजाही शुरू हो जाती है। कुछ लोगों ने इनका विरोध किया तो गैंगस्टर उधम करनावल के नाम पर विराध करने वालों को धमकियां दी जाने लगीं। इस संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को भी अवगत कराया जा चुका है।  लोगों का आरोप है कि जो लोग सर्द रात के अंधेरे में जन्नत निशां के आसपास नजर आते हैं वो कानून का मानने वाले तो कतई नहीं हो सकते। उनके पास अनेकों बार स्वचालित हथियार तक देखे जाने की बात सुनने में आयी है। इनामुल्ला नाम के जिस शख्स पर संदिग्धों को जमा करने का आरोप है वह यहां की केयर टेकर मुन्नी को हत्या की धमकी दे रहे हैं। उन्होंने पीड़िता ने एसएसपी से भी इसकी शिकायत की है।

उधम करनवाल के गिरोह से ताल्लुक

जन्नत निशां के कानूनी केयर टेकर मुन्नी आपा नाम की महिला,  जिन्होंने संदिग्ध लोगाें की आवाजाही से एसएसपी को भी अवगत कराया है उन्होंने बताया कि रात के अंधेरे में नजर आने वालों के तार कुख्यात उधम करनावल से जुड़े हैं। जो लोग रात के अंधेरे में यहां नजर आते हैं वो कौन हैं, सन्नाटा पसर जाने के बाद यहां क्यों आते हैं। उनका मकसद क्या होता है, वो यहां घंटों रहते है और दिन निकलने से पहले निकल जाते हैं। उनकी गतिविधियां बताती हैं कि शायद उन्होंने जन्नत निशा रात को सुनसान हो जाने वाली जगह को अपने छिपने का ठिकाना बनाया हुआ है। सबसे चौंकाने वाली जो जानकारी मिली वो यह है कि तमाम लोगों को यह जगह दिखाने का काम इनामुल्ला ऊर्फ इनाम नाम के शख्स का है। जिस पर आरोप है कि वह उधम के गिरोह को हथियारों की सप्लाई करता है। दरअसल इनामुल्ला उधम के शूटरों को हथियार सप्लाई के मामले में पहले जेल भी जा चुका है। मुन्नी आपा ने ही जानकारी दी कि इनामुल्ला ने योगेश भदौड़ा व उसकी पत्नी सुमन भदौड़ा की हत्या के लिए उधम के शूटरों को हथियार सप्लाई किए थे। इनामुल्ला के साथ कोठी  जन्नत निशां में आने वाले जिन लोगों को लेकर उन्होंने एसएसपी से उनके उधम गिरोह से तार जुड़े होने की वह आशंका जता रही हैं।

यह था पूरा  मामला

26/27 अक्तूबर 2016 को आरोप है कि  कुख्यात योगेश भदौड़ा और उसकी पत्‍‌नी सुमन भदौड़ा की कचहरी में हत्या की साजिश थी। लेकिन एसटीएफ ने मुखिबिरी के बाद ऐन मौके पर दो शूटर्स को गिरफ्तार कर लिया, जबकि 3 भीड़ का फायदा उठाकर फरार हो गए। शूटर्स कुख्यात उधम सिंह करनावल गैंग के थे। मौके से  अमित उर्फ अर्जुन पुत्र लोकेंद्र सिंह, ग्राम किवाना, थाना कांधला, जिला शामली व  सोहनवीर उर्फ सोनू उर्फ भंडारी पुत्र जगवीर सिंह करनावल पकडे. गए थे। इनके कब्जे से भारी हथियार बरामद किए गए थे।  तत्कालीन  एसटीएफ मेरठ के सीओ अनित कुमार ने बताया कि पकड़े गए शार्प शूटर्स बुधवार को पेशी पर आए योगेश भदौड़ा और उसकी पत्‍‌नी सुमन भदौड़ा की हत्या के इरादे से आए थे। सर्विलांस से मिली सूचना के आधार पर एसटीएफ बुधवार सुबह से ही कचहरी परिसर में जम गई थी।

तब लखनऊ जेल में था उधम

उस दौरान उधम करनावल लखनऊ जेल में बंद था  जबकि उसकी पत्‍‌नी गीतांजलि भी जेल में निरुद्ध है। भदौड़ा की पत्‍‌नी सुमन ने 27 सितंबर को नितिन गंजा हत्याकांड में सरेंडर किया था। ऑपरेशन इंस्पेक्टर धर्मेद्र यादव के नेतृत्व में चलाया गया। एसटीएफ ने दोनों शूटर्स को पश्चिमी कचहरी रोड स्थित मंदिर के समीप पकड़ा।

जली कोठी से मिले थे हथियार

शूटर्स ने पुलिस को बताया कि उधम सिंह करनावल ने उन्हें योगेश भदौड़ा और उसकी पत्‍‌नी सुमन की पुलिस अभिरक्षा में हत्या करने की जिम्मेदारी दी थी। जेल से ही उधम ने ही जली कोठी निवासी नियामत, उसके भाई ईनाम उर्फ इनामुल्ला और बाबर से हथियार और बाइक मुहैया कराई थी। हत्याकांड को अंजाम देने के बाद कचहरी में ही किसी व्यक्ति द्वारा उन्हें 1 लाख रुपये दिए जाने थे। घटना के बाद शामली में कुख्यात द्वारा शूटर्स के रहने का बंदोबस्त भी कर दिया दिया गया था। यह भी तथ्य प्रकाश में आया  कि इनामुल्ला को बसपा के पूर्व मंत्री हाजी याकूब का संरक्षण हासिल है। इनामुल्ला,  नियामत व बाबर  भीड़ का फायदा उठाकर फरार हो गए। ये भी  उधम सिंह करनावल गैंग के शार्प शूटर्स हैं बताए जाते हैं। लेकिन इसकी पुष्टि नहीं, लेकिन हथियर मुहैय्या कराए जाने की जानकारी अनित कुमार तत्कालीन सीओ एसटीएफ  मेरठ यूनिट ने तब दी थी।

करोड़ों की संपत्ति पर नजर

जन्नत निशा में रहने वालीं मुन्नी पुत्री नूर मोहम्मद ने जानकारी दी कि दरअसल इनामुल्ला की नजर जन्नत निशा महल के मालिकान की जलीकोठी और नौचंदी में पड़ी करोड़ों कीमत की मिलकियत पर है। इसने काफी जगह पर उधम के नाम पर डरा धमका कर कब्जा भी कर लिया है। नौचंदी स्थित महल के बड़े हिससे पर इन दिनों यह कब्जा कर रहा है। इसकी गोपनीय जांच करायी जाए तो इसको लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आ सकते हैं।

देहलीगेट पुलिस ने जतायी अनभिज्ञता

26 अक्तूबर 2016 को एसटीएफ की कार्रवाई के दौरान जलीकोठी के रहने वाले  इनामुल्ला, नियामत व बाबर को लेकर जब थाना देहली संपर्क किया तो एसएसपी नितेश ने बताया कि मामला काफी पुराना है।

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