महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं यूपी, वाराणसी में उत्तर प्रदेश कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता श्रीमती आराधना मिश्रा मोना ने प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि माँ परिवार की धुरी है, मातृशक्ति के बगैर सृष्टि की कल्पना अधूरी है। समूचे देशवासियों को मातृत्व दिवस की शुभकामनाएं। आज मोदी, बिष्ट सरकार में सबसे ज्यादा यदि कोई प्रताड़ित है तो वह मातृ शक्ति हैं, महिलाएं हैं। भारतीय जनता पार्टी की सरकार का नारा बन गया है, बलात्कारी बचाओ बलात्कारी भगाओ। भाजपा में अत्याचारियों, व्याभिचारियों, भ्रष्टाचारियों सबको शरण दी जाती है, और जो बेटियां गुहार लगाती हैं उन्हें सजा दे दी जाती है। मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद महिलाओं के खिलाफ अपराध दर 64.4 प्रतिशत हो गई है, जो 2014 में 54 प्रतिशत थी। महिला अपराधों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। 2014 में महिलओं के खिलाफ प्रतिवर्ष 337922 अपराध होते थे जो आज बढ़कर 445256 हो गये हैं। अर्थात देश में रोज 1219 महिलाएं अपराधियों का शिकार हो रही हैं। आज देश के कोने कोने से भाजपा राज में महिलाओं की चीख-चित्कार सुनाई दे रही है। जिस बेटी ने भाजपा सरकार से गुहार लगाई उस बेटी ने सजा पाई। हाथरस से हासन तक, मणिपुर से उन्नाव तक, पौड़ी गढ़वाल से सोनभद्र तक, कैसरगंज से वाराणसी तक भाजपाई सत्ता की सरपरस्ती बलात्कारियों के साथ है। आज महिलाएं भाजपा सराकर में हर तरह से प्रताड़ित की जा रही हैं, दुष्कर्म से, महंगाई से, अपनी काबिल संतानों की बेरोजगारी से, कुपोषण से, कार्यस्थलों पर हो रहे भेदभावों से। आज समूचे देश की महिलाएं एक स्वर में यह आवाज उठा रही हैं कि मोदी सरकार को हटाइये महिलाओं को सशक्त बनाइये। विधायक आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि वाराणसी बाबा काशीविश्वनाथ की अलौकिक भूमि है। यहां न्याय राज होना चाहिए मगर भाजपा कार्यकर्ताओं ने वाराणसी की बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया। सात दिनों में आरोपियों की पहचान कर ली गई थी मगर उन्हें भाजपा सरकार ने ना सिर्फ बचाने की कोशिश की बल्कि दूसरे प्रदेशों में चुनाव प्रचार के लिए भेज दिया। विपक्ष और मीडिया के दबाव के बावजूद 60 दिनों में के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी की गई। ऐसी ही एक जघन्य घटना भाजपा शासित राज्य मध्यप्रदेश के सागर जिले में हुई है। एक दलित बेटी ने छेड़छाड़ की शिकायत की तो पहले उसके भाई की हत्या की गई फिर उसके चाचा की हत्या की और फिर उस बेटी की संदिग्ध परिस्थति में मौत हो गई। श्रीमती आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि जैसे कैसरगंज से भाजपा ब्रजभूषण शरण सिंह पर अन्तर्राष्ट्रीय महिला कुश्ती पहलवान बेटियों के साथ यौन उत्पीड़न के आरोप तय कर दिये गये हैं, मगर दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि उनके सुपुत्र को भाजपा द्वारा प्रत्याशी बनाकर महिला पहलवानों का अपमान किया गया है। हासन कर्नाटक से भाजपा गठबंधन दल के सांसद प्रज्वल रेवन्ना की दरिंदगी के आरोप देश में आज चर्चा का विषय बने हुए हैं। हजारों यौन उत्पीड़न आरोपों को जानने के बावजूद प्रधानमंत्री ने उन्हें सार्वजनिक सभा में आर्शीवाद देकर उनके लिए समर्थन मांगा। चाहे उन्नाव से कुलदीप सेंगर हो, उ0प्र0 के रामदुलार गोड़ हो, कर्नाटक के रमेश जारकीहोली, वाराणसी से कन्हैयालाल मिश्र, उत्तराखंड के पुलकित आर्या, हरियाणा के संदीप सिंह सैनी, बीएचयू के दोषी कुणाल, आनंद और सक्षम पटेल, केरल के पदम राजन इन सब पर गंभीर धाराओं में महिला दुष्कर्म के आरोप दर्ज होने के बावजूद भाजपा सरकारों की सरपरस्ती कायम है। श्रीमती आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि गृह मंत्रालय द्वारा हाल ही जारी की गई रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि देश की सांस्कृति राजधानी उत्तर प्रदेश को भाजपा सरकार ने महिला अपराधियों के गढ़ में तब्दील कर दिया है। उत्तर प्रदेश बिष्ट सरकार में 2017 से 2022 तक 288505 महिलाएं अपराधियों का शिकार हुई हैं। रोंगटे खडे़ कर देने वाले तथ्य यह हैं कि लगभग 80 हजार महिलाओं का अपहरण हुआ, 68 हजार महिलाओं से छेड़छाड हुई, 21 हजार से अधिक बलात्कार हुए, सबसे विभत्स पहलू यह है कि देश में महिलाओं पर सर्वाधिक एसिड अटैक उत्तर प्रदेश में हो रहे हैं।