विहिप का तीन दिनी शिविर, विश्व हिंदू परिषद की मातृ शक्ति का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आज शुक्रवार को मेरठ महानगर के सरधना रोड स्थित महावीर एकेडमी में विश्व हिंदू परिषद मातृशक्ति का तीन दिवसीय वर्ग प्रारंभ हुआ। विहिप के प्रचार प्रसार प्रमुख मधुवन आर्य ने मीडिया को बताया कि उद्घाटन सत्र में बहनों को संबोधित करते हुए क्षेत्र संगठन मंत्री सोहन सौलंकी ने कहा इस राष्ट्र के निर्माण में भारत की वीरांगनाओं का बहुत बड़ा योगदान है। जिस देश में स्त्रियों की पूजा होती थी उसे आधुनिक समाज ने भोग की वस्तु समझ लिया है,जिसके कारण समाज का पतन होने लगा । इस देश में तो सती सावित्री जैसी माता हुई है जो यमराज से लड़कर अपने पति के प्राण वापस ले आई थी।इसी देश में सती अनुसुइया ने माता सीता को को नारी धर्म की शिक्षा दी थी।कौन भूल सकता है कि अहिल्या बाई होलकर ने सोमनाथ से लेकर काशी विश्वनाथ जैसे अनेकों मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया।इस देश में स्त्रियों के साथ कभी भेदभाव नहीं किया गया।पर्दा प्रथा,बाल विवाह एवं सती प्रथा जैसी कुप्रथाएं मुस्लिम आक्रांताओं के कारण इस देश में आई। इस देश में जन्म से सोलह संस्कार शुरू होकर मृत्यु पर समाप्त होते है।हमारे यहाँ प्रथम गुरु माता को माना जाता है जो परिवार में संस्कार देने का कार्य करती है।इसी राष्ट्र में अपने देश पर प्राण नौछावर करने वाली रानी पद्मिनी, हाड़ी रानी, दुर्गा भाभी वोहरा, नीरा आर्य एवं नीरजा भनोट जैसी अनेकों वीरांगनाए हुई है।इस देश के इतिहास को बदलने का जो षड्यंत्र हुआ आज उसी का परिणाम है देश के युवा अपने पथ से भटक गये है। नौ देवियां जिनके आज भी हम प्रतिदिन दर्शन करते हैं उनमें भारत माता, गौ माता, गंगा माता, गीता माता, तुलसी माता, जन्म देने वाली मां सरस्वती माता, घर की बहु लक्ष्मी माता, घर की बेटी दुर्गा माता और प्रत्येक की कुल देवी। इन सबकी सुरक्षा करना हम सभी का दायित्व है ।प्रस्तावना प्रांत संयोजिका मातृशक्ति बहन गीता जी ने रखी उन्होंने कहा कि आज देश में मातृ शक्ति के समक्ष अनेक चुनौतियां हैं इसके समाधान हम सबको खोजना है। प्रांत अध्यक्ष अमन सिंह जी ने सभी का शिविर में स्वागत करते हुए कहा कि शिक्षा, संस्कार और संगठन के आधार पर हम गौरवशाली पीढ़ी का निर्माण कर सकते है।कार्यक्रम में मुख्य रूप से सुनील सिद्धू,निमेश वसिष्ठ,अवनीत बंसल,अनूप जी आदि उपस्थित रहे।