वाइडन ने की भारत की आलोचना, नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक बार फिर मोदी सरकार की आलोचना की है। उन्होंने मोदी सरकार के नेतृत्व में भारत को ‘ज़ेनोफोबिक’ (अप्रवासियों/विदेशियों से डरने वाला) करार दे डाला. एक ऐसा देश जिसे अमेरिका के विरोधियों के रूप में देखा जाता है. एक अंग्रेजी न्यूज ऐजेन्सी की माने तो बाइडन ने एक होटल के फंड रेज़र कार्यक्रम में बोल रहे थे. उन्होंने कहा, ‘आगामी अमेरिकी चुनाव स्वतंत्रता, अमेरिका और लोकतंत्र के बारे में है, और देश की अर्थव्यवस्था आपकी और कई अन्य लोगों की वजह से फल-फूल रही है.’ जहां वाइडन का भाषण हो रहा था वहां बड़ी संख्या में भारतीय व दूसरे एशियाई देशों के लोग मौजूद थे. वाइडन ने कहा कि ‘क्यों? क्योंकि हम अप्रवासियों का स्वागत करते हैं. सोचिएगा इसके बारे में. चीन आर्थिक रूप से इतनी बुरी तरह क्यों पिछड़ रहा है? जापान को परेशानी क्यों हो रही है? रूस और भारत क्यों परेशान है? क्योंकि वे ज़ेनोफ़ोबिक हैं. वे अप्रवासी नहीं चाहते.’ बाइडन ने आगे कहा, ‘अप्रवासी ही हमें मजबूत बनाते हैं. मजाक नहीं है, क्योंकि हमारे पास ऐसे श्रमिकों की संख्या है जो यहां रहना चाहते हैं और योगदान देना चाहते हैं.’ हालांकि राष्ट्रपति के बयान के बाद ह्वाइट हाउस ने दावा किया है कि बाइडन की टिप्पणी अपमानजनक नहीं थी और वे केवल अमेरिका की इमिग्रेंट्स नीति के बारे में बात कर रहे थे., ‘हमारे सहयोगी और साझेदार अच्छी तरह से जानते हैं कि राष्ट्रपति बाइडन उन्हें कितना महत्व देते हैं. उनकी मित्रता और सहयोग केवल सुरक्षा संबंधी नहीं है, बल्कि कई अन्य मुद्दों पर उनकी क्षमताओं और महत्ता का सम्मान करते हैं. हमारे सहयोगी समझते हैं कि बाइडन गठबंधन और साझेदारी के विचार को कितना महत्व देते हैं.’