विपुल ने डीएम को बतायी हकीकत

विपुल सिंहल का डीएम को ज्ञापन
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विपुल ने डीएम को बतायी हकीकत, संयुक्त व्यापार संघ मेरठ के पूर्व मंत्री विपुल सिंघल ने संयुक्त व्यापार संघ के नाम से कार्य कर रहे दो व्यापारिक संगठनों को एक करने हेतु ज्ञापन दिया। उन्होने बताया कि पिछले 35 वर्षों से अधिक समय से संयुक्त व्यापार संघ के नाम से व्यापारिक संगठन व्यापारियों की समस्याओं के समाधान हेतु मजबूती से कार्य कर रहा है। संयुक्त व्यापार संघ में 697 संस्थाएं पंजीकृत हैं। इन 697 संस्थाओं के अध्यक्ष व महामंत्री चुनाव के माध्यम से संयुक्त व्यापार संघ के 16 पदाधिकारी, 1 अध्यक्ष, 1 महामंत्री , 1 कोषाध्यक्ष, 3 उपाध्यक्ष, 1 संगठन मंत्री व 9 मंत्री चुनते आ रहे हैं। वर्ष 2019 में संयुक्त व्यापार संघ में पंजीकृत संस्था के कुछ सदस्यों की महत्वकांक्षा के चलते संयुक्त व्यापार संघ दो गुटों में विभाजित हो गया। संयुक्त व्यापार संघ के एक गुट के अध्यक्ष नवीन गुप्ता, महामंत्री संजय जैन व कोषाध्यक्ष सतीश चंद जैन है, तथा संयुक्त व्यापार संघ के नाम से ही दूसरे गुट के अध्यक्ष अजय गुप्ता, महामंत्री सरदार दलजीत सिंह व कोषाध्यक्ष पवन मित्तल है। दोनों ही गुट अपने को संयुक्त व्यापार संघ के पदाधिकारी बताते हैं। मेरठ की 697 संस्थाएं तथा मेरठ के आम व्यापारी संयुक्त व्यापार संघ के नाम से दो संस्था के चलने से अनावश्यक तनाव में है। नवीन गुप्ता गुट द्वारा वर्ष 2019 में 697 संस्थाओं से 1500/- रुपए त्रिवार्षिक शुल्क लेकर लगभग 9 से 10 लाख रुपया एकत्रित किया गया | पूर्व की भांति इस वर्ष 2023 मे भी 697 संस्थाओं मे से लगभग 620 संस्थाओं से 9 से 10 लाख रुपया कैश एकत्रित कर लिया गया। नवीन गुप्ता गुट द्वारा संस्था के पदाधिकारियों पर दबाव बनाया गया की त्रिवार्षिक शुल्क कैश न जमा किये जाने पर उनकी संस्था का नाम संगठन की सूची से सदा के लिए हटा दिया जायेगा। संयुक्त व्यापार संघ के दोनों गुटों की आपसी लड़ाई में पत्राचार के बाद संयुक्त व्यापार संघ, मेरठ के पंजाब नेशनल बैंक, नई मंडी, दिल्ली रोड, मेरठ में चालू खाता संख्या 4180002100004343 को 2019 में ही फ्रिज करा दिया गया था। संयुक्त व्यापार संघ, मेरठ के संविधान में पृष्ठ संख्या 10 धारा 26(6) के अनुसार “कोषाध्यक्ष अपने पास किसी भी समय ₹5000/- से अधिक रोकड़ा ना रख सकेंगे तथा शेष बचा हुआ रुपया 15 दिन में बैंक में डालना होगा” | इसके विपरीत कोषाध्यक्ष ने अपने पास लगभग 18 से 20 लाख रुपया रखा हुआ है जो संयुक्त व्यापार संघ, मेरठ के संविधान के विरुद्ध है।  व्यापारी अपने को ठगा सा महसूस कर रहा है और साथ ही उसका संरक्षण करने वाली मजबूत संस्था बिखर गई है ।  संयुक्त व्यापार संघ के अंतर्गत एक ही नाम से दो संस्थाएं न चलने दी जाए साथ ही संयुक्त व्यापार संघ के एक गुट द्वारा एकत्रित किए गए लगभग 18 से 20 लाख रुपये को किसी प्रशासनिक अधिकारी की नियुक्ति कर बैंक में जमा कराने की कृपा करें । व्यापार संघ के नाम पर किसी भी प्रकार की चंदा वसूली एवं नवीन गुप्ता गुट द्वारा 13 मार्च को प्रस्तावित चुनाव पर रोक लगाई जाने को कहा। जिलाधिकारी को संविधान की प्रति दी गयी।

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