वेस्ट के किसानों ने बढ़ाई जयंत की बैचेनी, पंजाब बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईवे पर भाकियू कार्यकर्ता और किसान ट्रैक्टर श्रृंखला बनाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं ट्रैक्टर श्रृंखला के मद्देनजर पुलिस अलर्ट व हाईवे के सभी थानों की पुलिस को सुरक्षा व व्यवस्था बनाने के लिए पुलिसकर्मी किसानो के आगे बेबस नजर आए। पुलिस प्रशासन के यूं तमाम अफसर मुस्तैद थे, लेकिन बजाए किसानों को अपनी तान पर झुमने को मजबूर करने के पुलिस प्रशासन के अफसर ही हां जी-जी हां करते नजर आए। सख्ती दिखाना तो दूर की बात अफसरों का रवैया जी हजूरी सरीखा था। मेरठ में एनएच 58, मोहद्दीनपुर, सकौती, कैलाशी अस्पताल, एनएच 58 पर पड़ने वाले गांव के किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ हाईवे पर पहुंचे और विरोध जताया। हाईवे की बाईं लेन पांच घंटे तक पूरी तरह भाकियू के कब्जे में रही। मौके पर मौजूद अफसर कुछ नहीं कर सके। एमएसपी के मुददे पर वन साइड रोड जमा कर भारतीय किसान यूनियन की आवाज पर सड़कों पर ट्रैक्टर के साथ उतरे किसानों ने साबित कर दिया कि उन्हें अब भाजपा की गोद में जा बैठे जयंत चौधरी की बैसाखी की जरूरत नहीं रही है। देश का अन्नदाता जो कुछ है अपने बूते पर है। जयंत चाैधरी किसानों के बगैर कुछ नहीं है, किसानों को अपना हक मांगने के लिए जयंत चौधरी की जरूरत नहीं है। आज जो कुछ भी मेरठ और आसपास जिस इलाके को शुगर बैल्ट कहा जाता है वहां देखने को मिला उसके बाद जानकार यही कह रहे हैं कि आज की रात जयंत को नींद नहीं आने वाली। इस शांति पूर्व शक्ति प्रदर्शन ने जयंत के मुकाबले भरतीय किसान यूनियन का पलड़ा भारी कर दिया है। भाकियू के आंदोलन की बात करें तो कियू का हाईवे पर कब्जा ट्रैक्टर श्रृंखला बनाकर पांच घंटे विरोध जताने के लिए किसान हाइवे पर आ गए हैं। मेरठ में राष्ट्रीय राजमार्ग पर छह स्थानों पर किसानों ने ट्रैक्टर खड़े किए ।कंकरखेड़ा के कैलाशी अस्पताल के सामने, जटौली, मोहिउद्दीनपुर, सकौती, दौराला व एनएच-119 पर मसूरी शामिल है। कंकरखेड़ा में कैलाशी अस्पताल के सामने भाकियू जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी के नेतृत्व में भाकियू कार्यकर्ताओं ने ट्रैक्टर ट्रॉली लगाकर हाईवे के आधे हिस्से को बंद कर दिया। आने-जाने वाले वाहन हाइवे के दूसरी ओर के लिए डायवर्ट किए गए हैं।एडीएम एफ, एसपी सिटी व सीओ दौराला ने जिलाध्यक्ष अनुराग से हाइवे पर ट्रैक्टर हटाने के लिए कहा। जिसके बाद जिलाध्यक्ष ने साफ मना कर दिया। जिलाध्यक्ष ने चेतावनी दी कि हाइवे से ट्रैक्टर नहीं हटेंगे। कोई हाथ लगाकर तो दिखाए। दोनों तरफ का यातायात एक ओर चलने से जाम लग गया है। वहीं, मोहिउद्दीनपुर में चीनी मिल के सामने विजयपाल घोपला के नेतृत्व में भाकियू कार्यकर्ताओं ने राजमार्ग के आधे हिस्से को बंद कर दिया गया। इसके अलावा भी एनएच-119 पर मसूरी में संजय दौरालिया के नेतृत्व में भाकियू कार्यकर्ताओं ने हाईवे जाम कर दिया। निर्माणाधीन होने के कारण हाईवे पर जाम लग गया। कंकरखेड़ा में ही जटौली गांव के कट पर बबलू के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन किया। वहीं, सकौती व दौराला में भी यातायात रहा। पूरे शहर पर इसका प्रभाव देखा गया। केवल मेरठ ही नहीं बल्कि बागपत, बडौत, शामली, कैराना, मुनगर सिसौली आदि में भी किसानों ने साबित कर दिया कि जयंत के बगैर भी अपनी आवाज बुलंद कर सकते हैं।