ऐसी भी कैसी खाकी की नींद जो भनक तक नहीं,
मेरठ / खनन माफियाओं की जेसीबी रात भर शोर मचाती रहीं, लेकिन बगल में चौकी में सो रही खाकी की नींद तब तक नहीं टूटी जब तक माफियाओं ने सारा रेत डंफरों में भरवा नहीं भिजवा दिया। नौबत यहीं तक नहीं रही। खनन माफिया के खिलाफ जब सिंचाई विभाग का पतरोल तहरीर लेकर चौकी पहुंचा तो उसको टकरा दिया गया। जानी थाने ने तो खनन का ठीकरा ही सिंचाई विभाग के अफसरों पर फोड़ दिया।
यह है पूरा मामला
जानी थाना के भोला चौकी के बराबर से सलावा रजवाहा जा रहा है। सफाई के चलते रजवाहे में पानी आने से पहले सिंचाई विभाग के अफसरों ने रजवाहे से रेत निकलवा कर रास्ते के एक तरफ डलवा दी। कई सौ डंफर रेत का यहां पहाड़ बन गया। बताया जाता है कि बुधवार की रात को इस इलाके का एक बदनाम खनन माफिया वहां डंपर और जेसीबी मशीन लेकर आ धमका। रजवाहे से जो रेत सिंचाई अफसरों ने बाहर निकलवायी थी, उस सारी रेत को जेसीबी की मदद से डंफरों में भर-भर कर उठा लिया। पूरी रात जेसीबी मशीन गरजती रही, लेकिन बगल में मौजूद चौकी भोला में मौजूद पुलिस वालों को इसका शोर सुनाई नहीं दिया। गुरूवार को इस इलाके का पतरोल अमित निवासी मोदीनगर तहरीर लेकर चौकी पर पहुंचा। उसने इस बार पर हैरानी जतायी कि रात भर जेसीबी गरजती रही और पुलिस वालों को जानकारी तक नहीं हुई। सिंचाई विभाग के पतरोल से तहरीर लेकर कार्रवाई के बजाए पुलिस वालों ने उसको टरका दिया। यहां से वह थाना जानी पहुंचा तो जानी थाने के स्टाफ ने बजाए माफिया पर कार्रवाई के उलहना दिया कि अफसर ही खनन कर रहे हैं।
आमने सामने थानेदार व चौकी इंचार्ज
जानी की गंग नहर हमेशा ही अवैध खनन के लिए बदनाम है। सुनने में आया है कि खुद को सपा का नेता बताने वाला एक खनन माफिया यहां पूरे सिस्टम पर भारी है। सूत्रों ने बताया कि अवैध खनन की जानकारी जब जानी थानाध्यक्ष को मिली तो उन्होंने चौकी इंचार्ज को तलब कर लिया। सुनने में आया है कि चौकी इंचार्ज व थानाध्यक्ष आमने सामने आ गए थे। उसी दौरान एक युवा दरोगा ने जो भोला चौकी पर तैनात बताया जाता है उसने हिम्मत दिखाई और जा पहुंचा जहां से खनन की शिकायत मिली थी। सूत्रों ने बताया कि इस दरोगा को भी खनन माफिया की जेसीबी ने कुचलने का प्रयास किया। उसी दौरान बाइक से उसका लेपटॉप भी गिर गया था। हैरानी तो इस बात की है कि इसके बाद भी खनन माफिया के खिलाफ जानी पुलिस अभी एक्शन में नजर नहीं आ रही है।
वर्जन
वहीं दूसरी ओर इस संबंध में जब थानाध्यक्ष जानी से बात की गयी तो उन्होंने घटना को लेकर अनभिता जाहिर की। उन्होंने इस बात से भी इंकार किया कि उनके किसी दरोगा को जेसीबी से कुचलने का प्रयास किया और घटना के दौरान दरोगा का लेपटॉप भी क्षतिग्रस्त हो गया था।