वाइल्ड क्राइम डायरेक्टर IIMT में, मेरठ। वन्य जीव मनुष्य और प्रकृति के लिये ईश्वर का वरदान है। वन्य जीवों का संरक्षण बहुत जरूरी है। वन्य जीवों को सुरक्षित रखने से ही प्रकृति को सुरक्षित रखा जा सकता है। आईआईएमटी विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए वाइल्ड क्राइम कण्ट्रोल ब्यूरो में एडिशनल डायरेक्टर जनरल श्रीमती तिलोत्तमा वर्मा ने कहा कि वन्य जीवों के अवैध व्यापार को रोकने और जीवों के सम्वर्द्धन के लिये छात्रों को आगे आना होगा।
वाइल्ड क्राइम डायरेक्टर ने किया संबोधित
आईआईएमटी विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि पहुंची वाइल्ड क्राइम कण्ट्रोल ब्यूरो में एडिशनल डायरेक्टर जनरल श्रीमती तिलोत्तमा वर्मा का स्वागत आईआईएमटी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री योगेश मोहनजी गुप्ता व प्रति कुलाधिपति डा0 मयंक अग्रवाल ने किया। द मेजर आउटकम्स आफ इंडियन वाइल्ड लाइफ इन माडर्न सिनेरियो विषय पर आयोजित कार्यशाला में विधार्थियों को सम्बोधित करते हुए श्रीमती तिलोत्तमा वर्मा ने कहा कि युवाओं के सहयोग के बिना वन्य जीवों की रक्षा नहीं हो सकती। प्रकृति के संरक्षण के लिए जीवों का साथ बहुत जरूरी है। इसलिए विधार्थियों को इन वन्य जीवों के अवैध व्यापार को रोकने और जीवों के सम्वर्द्धन के लिये आगे आना होगा। देश के बहुत बड़े हिस्से के साथ ही दुनिया के अनेक देशों में बहुत बड़े स्तर पर विलुप्त होती वन्य प्रजातियों का अवैध व्यापार हो रहा है। इन वन्य जीवों को सुरक्षित रखने के लिए समाज का सहयोग बहुत जरूरी है। वन्य जंतुओं का पर्यावरण से भी सीधा संबंध है। यदि वन्य जंतु सुरक्षित हैं तो हमारे पर्यावरण भी सुरक्षित रहेगा। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया पर्यावरण को पैदा हो रहे खतरे को लेकर चिंतित है। यदि पर्यावरण को बचाना है तो उसके साथ साथ वन्य जीवों को भी बचाना होगा। कार्यक्रम में डीन प्रो. केडी शर्मा, डिप्टी डीन डॉ0 सुभाष गौतम, डॉ0 बबलू कुमार, डॉ0 अतीक उर रहमान, डॉ0 वीरेंद्र सिंह, डॉ0 निधि पाठक, ज्योति शर्मा, अंशु देवी, वीके सहित सैकड़ों विद्यार्थी व अनेक विभागों के फैकल्टी मैम्बर्स उपस्थित रहे। मंच संचालन डॉ0 फरहा हाशमी ने किया।
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