ये आंखें हैं तो सब कुछ है, ये आंखें हैं तो दुनिया रौशन है वर्ना अंधेरा ही अंधेरा। इसीलिए आंखों की सलामती को एलएलआरएम मेडिकल मेरठ में सड़क सुरक्षा पखवाड़े के तहत एक कैंप का आयोजन किया गया। यह पखवाड़ा 31 जुलाई को समाप्त होगा। मेडिकल कालेज के मीडिया प्रभारी डा वी डी पाण्डेय ने बताया कि देश में प्रतिवर्ष लगभग चार लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं जिनमें लगभग डेढ़ लाख लोगों की मृत्यु हो जाती है। उत्तर प्रदेश में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष पहले 6 महीनों में सड़क दुर्घटनाओं में 5.5% की, एवं सड़क दुर्घटना के कारण हुई मृत्युदर में 4.2% की बढ़ोतरी हुई है। प्रदेश में सड़क दुर्घटना एवं उसके द्वारा होने वाली मृत्यु दर को कम करने के लिए उत्तर प्रदेश शासन द्वारा सड़क सुरक्षा पखवाडा का आयोजन किया जा रहा है । एल. एल. आर. एम. मेडिकल कॉलेज मेरठ के प्रधानाचार्य डॉ. आर सी गुप्ता के निर्देशानुसार इस सम्बन्ध में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। सड़क सुरक्षा पखवाड़े की नोडल अधिकारी डॉ. नीलम गौतम द्वारा तथा विभिन्न विभागों के सहयोग से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है । जिसमें 17 जुलाई को को अस्पताल एवं नगरीय स्वास्थ्य प्रशिक्षण केन्द्र सूरजकुंड में डॉ सीमा जैन प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष कम्युनिटी मेडिसिन विभाग द्वारा जनमानस को सड़क पर सुरक्षित व्यवहार व दुर्घटना स्थल पर प्राथमिक उपचार के विषय में जानकारी दी गयी। 18 जुलाई को गंभीर सडक दुर्घटनाग्रस्त मरीजो को तत्काल सेवा सदृढीकरण हेतु मेडिकल कॉलेज में चल रही सतत संजीवनी सेवाओ के क्रियान्वन की दिशा में अग्रेतर कार्यवाही की गयी । इसी क्रम में 19 जुलाई को IRAD मोबाइल ऐप पर लंबित लंबित सड़क दुर्घटनाओं विवरण को मेडिकल कॉलेज के सभी कर्मियों को IRAD मोबाइल ऐप पर फीड करवाने के लिए अवगत कराया गया। 20 जुलाई को मेडिकल कॉलेज में डॉ लोकेश कुमार विभागाध्यक्ष नेत्र विभाग द्वारा मेडिकल कॉलेज के वाहन चालकों, क्लीनर्स, मरीजो एवं उनके तीमारदारो के लिए निशुल्क कैंप भी आयोजित किए जा रहे है जिसमे अब तक लगभग 170 मरीजो का नेत्र परीक्षण एवं उपचार किया गया है । 21 जुलाई को दुर्घटना स्थल पर पीड़ित को जीवन रक्षक प्रथम उपचार, बेसिक लाइफ सपोर्ट एवं एडवांसड लाइफ सपोर्ट का प्रशिक्षण एनेस्थेसिया एवं अस्थि रोग विशेषज्ञ द्वारा मेडिकल एवं पैरामेडिकल छात्रों को दिया गया।्र मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य डा आर सी गुप्ता ने कहा कि सड़क सुरक्षा पखवाड़े के अंतर्गत 31 जुलाई तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा साथ ही मरीजों, तीमारदारों, चिकित्सको, छात्र छात्राओं को सड़क सुरक्षा के नियम, सीट बेल्ट लगाने, हेलमेट पहने आदि के लिए जागरुक किया जाएगा।