210B सीईओ कैंट ने खड़े किए हाथ, हाईकोर्ट के आदेश और अवमानना का उलाहना व डीजी डिफैंस के आदेश इन तमाम बातों के बावजूद मेरठ छावनी स्थित बंगला 210B के अवैध निर्माण के ध्वस्तीकरण में फिलहाल तो गेंद पुलिस प्रशासन के पाले में डालते हुए सीईओ कैंट बाेर्ड मेरठ ने हाथ खड़े कर दिए हैं। दरअसल बंगला बंगला 210B के अवैध निर्माणों को ध्वस्त किए जाने में हो रही देरी पर सब एरिया मुख्यालय ने सीईओ कैंट को पत्र लिखा था, जिसके उत्तर में सीईओ कैंट ने 31 अगस्त 2022 को स्टेशन कमांडर सब एरिया मुख्यायल को लिखे पत्र में कहा है कि प्रशासन से पुलिस फाेर्स मांगा गया है, अभी तक पुलिस फोर्स उपलब्ध नहीं कराया गया है, जैसे ही फोर्स उपलब्ध कराया जाएगा, बंगला 210B के बाकि बचे अवैध निर्माण ध्वस्त करा दिए जाएंगे। यह तो रही सीईओ कैंट की बात। अब सवाल उठता है कि जब पुलिस फोर्स नहीं मिला है तो करीब एक माह पूर्व कैंट बोर्ड प्रशासन ने किस आधार पर बंगला 210B में मुनादी करा दी थी। बंगला 210B के बाशिंदों का कहना है कि इसके पीछे और कुछ नहीं केवल पेनिक पैदा करना तथा अवैध उगाही को खौफ भर है। नाम न छापे जाने की शर्त पर अनेक लोगों ने आरोप लगाया कि कि बंगला 210B को ध्वस्त किए जाने का खौफ दिखाकर कैंट बोर्ड के इंजीनियरिंग सेक्शन का स्टाफ यहां से अवैध रूप से मोटी रकम उगाही कर रहा है। वहीं दूसरी ओर विधि विशेषज्ञों खातसौर से कैंट बोर्ड के स्टाफ का कहना है कि बंगला 210B के अवैध निर्माण कैंट बोर्ड प्रशासन ध्वस्त कर हाईकोर्ट के आदेशों का पालन करेगा ऐसे आसार नजर नहीं आते। दरअसल इस मामले में खेल के अलावा कुछ नहीं हाे रहा है। पूर्व में भी सेना की मदद से सील व ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाती रही हैं। इसके अलावा अधिकारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मेरठ को हाईकोर्ट के आदेशों की जानकारी देते हुए उनसे फोर्स मांगे, लेकिन चीजें घुमाई जा रही हैं। सब सेटिंग गेटिंग का खेल है। आरटीआई एक्टिविस्ट पुनीत शर्मा ने इसकी पैरवी की है।