CCSU में नारी के स्वरूपों का वर्णन, सीसीएसयू में स्वास्थ्य न्यास व भाभी ट्रस्ट के संयुक्त तत्वधान में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्य वक्ता डां अतुल कोठारी ने महिलाओं के अनेक स्वरूपों का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि महिला परिवार की धुरी होती है। परिवार खासतौर से महिलाओं को स्वस्थ्य बेहतर होना जरूरी है। महिलाओं के स्वास्थ्य का ध्यान रखना ज्यादा आवश्यक है इसके लिए महिलाओं के स्वास्थ्य की चिंता करना उसके प्रति जागरूकता लाना है इस अभियान का उद्देश्य है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हैं। कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने कहा थी आज देश में कोई ऐसा क्षेत्र नहीं जो महिलाएं सर्वोच्च स्थान पर ना हो कहां की मातृशक्ति ने इस देश के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है हमारी बेटियां सभी क्षेत्रों में उच्च पदों पर आसीन है मातृशक्ति हमेशा से पूजनीय रही है मातृशक्ति के अंदर साहस और सहनशीलता पहले से ही है इसीलिए उन्हें अपने स्वास्थ्य के प्रति भी जागृत होना पड़ेगा यदि वह स्वस्थ रहेंगे तो हमारा राष्ट्र भी स्वस्थ रहेगा। प्रति कुलपति प्रोफेसर वाई विमला ने कहा कि भारत की बेटियां स्त्रियां अपनों के कर्तव्य में इतनी लगन होती है कि वह अपने स्वास्थ्य की परवाह नहीं करती यह जो समर्पण की भावना है ना यह भारत की नारी में अद्भुत है अतुलनीय है यही उसके जीवन की दूरी है आज भी महिलाएं अपने स्वास्थ्य को तुलनात्मक रूप से कम प्राथमिकता देती हैं।। इस दौरान डॉक्टर रागिनी ने भी अपने विचार रखे वही डॉक्टर सरिता त्यागी ने महिलाओं स्वास्थ्य के प्रति क्या क्या सावधानियां रखनी है कैसे अपने को स्वस्थ रखना है बताया तथा कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं द्वारा पूछे गए सवालों के भी जवाब दिए। इस दौरान कार्यक्रम समन्वयक प्रोफेसर बिंदु शर्मा तथा कार्यक्रम का संचालन डॉ सीमा शर्मा ने किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय प्रचार प्रमुख शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास अथर्व शर्मा समीर कौशिक प्रोफेसर आराधना गुप्ता प्रोफ़ेसर योगेंद्र सिंह प्रोफेसर अल्पना अग्रवाल प्रोफेसर जगबीर भारद्वाज प्रोफेसर प्रशांत कुमार डॉ मनोज कुमार श्रीवास्तव डॉक्टर दुष्यंत चौहान डॉ विवेक त्यागी डॉक्टर सुशील सुशील शर्मा अपेक्षा चौधरी डॉक्टर कुसुमावती डॉक्टर सुदेशना डॉ आशीष कौशिक प्रेस प्रवक्ता मितेंद्र कुमार गुप्ता आदि मौजूद रहे।