राजीव की पुण्यतिथि पर तो आ जाते, पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस के सबसे डायन्मिक नेताओं में शुमार किज जाने वाले स्वर्गीय राजीव गांधी के प्रति कांग्रेसियों की श्रद्धा का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पार्टी कार्यालय चंदन भवन बुढानागेट मेरठ पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में जाे कांग्रेसी पहुंचे थे उनकी संख्या का जिक्र करना मुनासिब नहीं होगा, लेकिन दुख जरूर हुआ। देश पर सबसे ज्यादा वक्त राज करने वाली पार्टी का ऐसा हश्र कि स्वर्गीय राजीव गांधी जैसे पीएम के श्रद्धा के दो फूल चढाने तक का वक्त नहीं। भारत को 21वी सदी में लेजाने वाले भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के बलिदान दिवस पर जिला व शहर कांग्रेस कमेटी द्वारा भावपूर्ण स्मरण कर, भारत की एकता अखण्डता,युवाओं के उथान, पंचायती राज के माध्यम सशक्तिकरन, युवाओं को 18 वर्ष में मताधिकार देने, देश मे कम्प्यूटर लाकर देश को आई0टी0 हब बनाने आदि क्रान्तिकरी आदि निर्णयो पर प्रकाश डाल कर उनके बताये हुऐ रास्तों पर चलकर उनके अधूरे कार्यो को पूरा करने की सौगन्ध ली।
पार्टी कार्यालय बुढ़ाना गेट पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष अवनीश काजला व शहर अध्यक्ष ज़ाहिद अंसारी ने की।
जिलाध्यक्ष अवनीश काजला ने कहा कि ऊँची सोच , दूरदर्शी सोच का नाम राजीव गांधी था, आज देश मे जो संचार क्रान्ति नजर आती हैं, राजीव गांधी जी के कारण ही सम्भव हुई हैं, राजीव जी देश सबसे युवा प्रधानमंत्री थे।
शहर अध्यक्ष ज़ाहिद अंसारी ने कहा कि 18 वर्ष की आयु में युवाओं को मताधिकार देकर व शिक्षा का नवीनीकरण कर युवाओं की दिशा बदलने का ऐतिहासिक कदम राजीव जी ने उठाया, जिस के कारण देश का युवा वर्ग देश ही नही विश्व मे भारत की पहचान बना हुआ है।
पुष्पांजलि अर्पित करने वालों में डॉ युशूफ कुरैशी, मोनिंदर सूद, हरिकिशन अम्बेडकर, महेन्द्र शर्मा, नवनीत नागर, राकेश सिंह, तेजवीर सिंह, हरीश त्यागी, नईंम राणा, विनोद सोनकर, सलीम पठान, राकेश मिश्रा, नरेन्द्र उपाध्याय, सुरेन्द्र फौजी, सुधीर कांत शर्मा, मुकुल मित्तल, रमाकांत शर्मा, कुलदीप शर्मा, अल्तमश त्यागी, मुदरसिर, पार्षद इकराम चौधरी, अनिल प्रेमी, मुकेश गुप्ता, दिनेश उपाध्याय, हरीश त्यागी, दीपक शर्मा सरीखे भी नाम शामिल हैं।