एक बार फिर मेरठ में तेंदुआ, मेरठ। मेरठ वालों के लिए खासतौर से महानगर के आउटर इलाकों में रहने वालों को लिए यह बुरी खबर हो सकती है।
यह भी हो सकता है कि देर रात आप कमरे से बाहर आए और अचानक तेंदुआ झपट्टा मार दे। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि तेंदुआ आ चुका है।
बुधवार की सुबह उसने परतापुर के फफूंडा में आमद दर्ज कराई है। तेंदुए जैसे स्पीड किंग पशु के लिए परतापुर से बीस किलोमीटर की रेंज के किसी भी इलाकेम ें पहुंचने में ज्यादा वक्त नहीं लगता। याद रहे कि दुनिया के सबसे तेज दौड़ने वाले पशुओं में तेंदुआ अव्वल है। यह पहले भी मेरठ में कई इलाकों में नजर आ चुका है। वन विभाग की टीम तेंदुए के पंजों के निशानों के आधार पर तलाश में जुट गई है। परतापुर खानपुर गांव में किसान देवेन्द्र ने ईंख के खेत में तेंदुआ देखा। प्रधान से इसकी सूचना वन विभाग को दी। र तेंदुआ खानपुर के जंगल से फफूंडा मेरठ शहर की ओर गया है। अब वह शहर में भी पहुंच सकता है। किसान देवेंद्र सुबह सात बजे खानपुर स्थित अपने ज्वार के खेत में फसल काट रहा था। उसके पास ही स्थित ईंख के खेत में अचानक हलचल हुई। किसान ने वहां देखा तो उसे तेंदुआ दिखाई पड़ा। किसान फसल को छोड़कर गांव पहुंचा और प्रधान को सूचना दी। प्रधान ने वन विभाग की टीम को फोन कर सूचना दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची टीम ने तेंदुए की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया। रेंजर मोहन सिंह ने बताया कि तेंदुए के निशान पाए गए हैं। निशान शहर की ओर जाने का इशारा कर रहे हैं। फफूंडा की ओर से होते हुए शहर की ओर भी तेंदुआ जा सकता है। इसे लेकर विभाग की ओर से सभी आस पास के गांवों में लोगों को सतर्क कर दिया गया है। टीम में एसडीओ सुभाष चौधरी, रेंजर मेरठ रामचंद, रिठानी रेंजर तारादत्त, गोपाल, कमलेश, गौरव, गुलशन सिंह आदि सदस्य तेंदुए की खौज में लगे हुए हैं।