कोर्ट में अनुज चौधरी को झटका, कैंट बोर्ड में एक बार फिर वापसी की जद्दोजहद में लगे मेरठ छावनी परिषद के पूर्व सीईई अनुज चौधरी को हाईकोर्ट में झटका लगा है। कैंट बोर्ड की अंदरूनी राजनीति के चलते बर्खास्त किए गए अनुज चौधरी अपनी बहाली के लिए हाईकोर्ट गए थे। हाईकोर्ट में लंबी लड़ाई के बाद उन्हें राहत मिली। सुनवाई के बाद अपने आदेश में हाईकोर्ट ने अनुज चौधरी की बर्खास्तगी को गलत ठहराया और उन्हें डयूटी ज्वाइन कराने के आदेश संबंधित अधिकारियों का दिए। लेकिन हाईकोर्ट के आदेश पर डयूटी ज्वाइन कराने के बजाए कैंट प्रशासन कुछ अधिकारियों ने एक बार फिर पुराना खेल करते हुए हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ स्पेशल कोर्ट में बहाली आदेश के खिलाफ रिट दायर कर दी। कैंट प्रशासन की रिट पर इस बार डबल बैंच ने सुनवाई की। लेकिन डबल बैंच ने कैंट प्रशासन के पक्ष में फैसला दिया। इसके बाद माना जा रहा है कि डबल बैंच के फैसले के खिलाफ अब अनुज चौधरी के पैरोकार सुप्रीमकोर्ट का रूख करेंगे। अब सब कुछ सुप्रीमकोर्ट की सुनवाई पर निर्भर करता है। दरअसल कैंट बोर्ड में पिछले दिनों जो कुछ घटनाक्रम हुआ है उसके बाद स्टाफ का एक तबके की अनुज चौधरी की वापसी से नींद उड़ी हुई थी। वहीं दूसरी ओर पता चला है कि अनुज चौधरी की बहाली रोकने के नाम पर सरकारी खजाने से एक भारी भरकम रकम पैरवी के नाम पर वकीलों की जेब में पहुंचा दी गयी है। पहले से तंगहाली का सामना कर रहे कैंट प्रशासन के द्वारा अनुज चौधरी को रोकने के नाम पर इतनी भारी भरकम रकम का खर्च कर देना समझ से परे है।