कैंट बोर्ड: गारंटी सिर्फ बनवाने की, महज तमाशा ही सही लेकिन अवैध निर्माणाें को लेकर मेरठ कैंट बोर्ड द्वारा जारी किए गए नोटिसों से पूरा हंगामा बरपा है। हंगामा करने वालों का कहना है कि जब मुंह मांगी रकम दी गयी है तो फिर नोटिस किस लिए। वहीं दूसरी ओर सुनने में आया है कि अवैध निर्माण और भारत सरकार की जमीन पर कब्जा कराने वाले बोर्ड के इंजीनियरिंग सेक्शन के कर्ताधार्ता या मुख्य कलैक्टर यानि जेई अवधेश यादव की ओर से सफाई दी जा रही है कि जो लेन देन हुआ वो सिर्फ अवैध निर्माण कराने की गारंटी भर का था, उसको ताउम्र बचाए रखने मसलन कार्रवाई से बचाए रखने का नहीं हुआ था। सुनने में तो यहां तक आया है कि जिन्होंने अवैध निर्माण कराए जाने की एवज में मोटी रकम दी है, नोटिस मिलने के बाद वो आस्तीन चढ़ाए घूम रहे हैं। सूत्राें की मानें तो अवैध निर्माण कराने के नाम पर कैंट बोर्ड के इंजीनियरिंग सेक्शन के जेई अवधेश यादव की मार्फत कैंट बोर्ड और इंजीनियरिंग सेक्शन के बड़े साहब जो खेल खेलते हैं उसकी शिकायत इंटैलीजेंस ब्यूरो को बाकायदा शपथ पत्र के साथ किए जाने की तैयारी कर ली गयी है या फिर शिकायत भेज दी गयी है। इस प्रकार की शिकायत करने वालों की संख्या दो अंकों में बतायी जा रही है। जिसके चलते माना जा रहा है कि इंजीनियरिंग सेक्शन के खिलाफ गोपनीय जांच शुरू हो सकती है। वहीं दूसरी ओर यदि अवैध निर्माणों की बात की जाए तो उनकी लंबी फेरिस्त है, लेकिन इनमें से प्रमुख की यदि बात की जाए तो कैंट बोर्ड कार्यालय से चंद कदम की दूरी पर रजबन स्थित गोल्डन स्पून जिसको पहले पंजाबी तड़का कहा जाता था, दुबई स्टोर, 331 रंगसाज मोहल्ला, 240 भूसा मंड़ी, 300 कलेमेंट स्ट्रीट का विवाह मंडप, वेस्ट एंड रोड 104 का विवाह मंडप, 46 ढोलकी मोहल्ला, 272 आबूलेन, 44 बीआई लाइन, 202 तिवारी क्वार्टर, 198 साउंथ एंड रोड व 201 शांति फार्म हाउस शामिल हैं।