कैंट बोर्ड: कुछ तो गड़बड़ है, मेरठ कैंट बोर्ड में सीबीआई के छापे को दो दिन हो चुके हैं, लेकिन कैंट बोर्ड में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। अपुष्ट सूत्रोंं की मानें तो सीबीआई के छापे के बाद से सीईओ कैंट की लोकेशन पर बोर्ड का स्टाफ चुप्पी साधे है। कैंट बोर्ड स्थिति अपने कार्यालय में सीईओ के न होने की जानकारी जरूर टेलीफोन आपरेटर ने दी है। इस बीच यह भी बताया गया कि छापे के बाद तमाम सेक्शन हेड समय से पूर्व बोर्ड आ रहे हैं। इंजीनियरिंग सेक्शन के एई के बुधवार को सुबह करीब साढ़े नौ बजे पहुंचने की पुष्टि भी अपुष्ट सूत्रों ने की है। दिन भर वह फाइलों में सिर गडाए रहे। वहीं दूसरी ओर पूछा जा रहा है कि शाम को इंजीनियरिंग सेक्शन से वो कौन अधिकारी था जो अपनी कार में फाइलों का जखीरा लादकर ले गया। जब स्टाफ से संपर्क किया तो कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। लेकिन गाड़ी में फाइलें ले जाने की बात को लेकर स्टाफ में भी खासाी सुगबुगाहट है। कुछ तो यहां तक कह रहे हैं कि सीबीआई के शिकंजे में फंसने की आशंका के चलते ही ऐसा किया गया हो, यह भी संभव है। क्योंकि सीबीआई का आना तय है यह तो कैंट बोर्ड के बड़े साहव भी मान रहे हैं और यदि सीबीआई आती है तो उसका नियम है कि किसी न किसी को साथ लेकर ही जाती है। हो सकता है कि बोर्ड के इंजीनियरिंग सेक्शन के बड़े साहव को बचाने के लिए हो सकता है कि छोटे साहव ही इस बार संजय की तर्ज पर बलि चढ़ा दिए जाएं। यह तमाम बातें स्टाफ का अनुमान भर हैं। लेकिन स्टाफ में कुछ ऐसे भी हैं जो कह रहे हैं कि जो हाे रहा है ठीक ही हो रहा है। पिछले कुछ समय से यहां काम से काम के दाम का काम हो रहा है।