CCSU कबीर चिंतन पर निबंध प्रतियाेगिता, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ तथा संत कबीर अकादमी, मगहर (संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश) द्वारा राष्ट्रीय संगोष्ठी ‘कबीर का चिंतन और भारतीय समाज’ के अवसर पर अंतर विश्वविद्यालय निबंध लेखन प्रतियोगिता एवं आशु भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। अध्यक्षता प्रो॰ नवीन चन्द्र लोहनी ने की। अतिथि प्रो. माया मलिक महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक रहीं। प्रतियोगिताओं में डॉ. ललिता यादव, एनएएस मेरठ, डॉ. राजेश कुमार, राजकीय महाविद्यालय, बीबी नगर, बुलंदशहर, श्री सुधाकर आशावादी, वरिष्ठ साहित्यकार का सहयोग रहा। प्रो नवीन चन्द्र लोहनी ने कहा कि कबीर अपने समय के बड़े समाज सुधारक हैं, सामाजिक मुद्दों पर उन्होंने बेबाकी से अपनी राय रखी। मुख्य अतिथि प्रो. माया मलिक ने कहा कि कबीर का काव्य किसी एक दृष्टि से पूर्ण रूप से नहीं समझा जा सकता, उसे कई परिप्रेक्ष्यों में समझा जा सकता है। डॉ. ललिता यादव ने कहा कि ऐसी प्रतियोगिताएं विद्यार्थी की क्रियात्मक एवं रचनात्मकता को अभिव्यक्त करने का माध्यम होती है इसलिए विद्यार्थियों को प्रतियोगिताओं में भागीदारी अवश्य करनी चाहिए। डॉ. सुधाकर आशावादी ने कहा कि युवाओं का विकास समाज और देश के विकास से जुड़ता है। डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि सभी विद्यार्थियों ने प्रतियोगिता के विषयों को सफलतापूर्वक अभिव्यक्त किया। संचालन डॉ. आरती राणा ने किया। विश्वविद्यालय परिसर के दस विभागों के 27 विद्यार्थियों ने प्रतिभागिता की। प्रतियोगिताओं का परिणाम कल 23 अगस्त को राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में कुलपति की उपस्थिति में घोषित किया जाएगा। 23 अगस्त को संगोष्ठी चार सत्रों में की जाएगी। कार्यक्रम के समापन सत्र सांस्कृतिक संध्या में डॉ॰ गजेन्द्र पाण्डेय एवं साथियों द्वारा कबीर भजनों का गायन प्रस्तुत किया जाएगा। इस अवसर पर रेशम विभाग द्वारा प्रदर्शनी भी लगाई गई। इस अवसर पर डॉ॰ विद्यासागर सिंह, डॉ॰ अंजू, डॉ॰ प्रवीण कटारिया, डॉ॰ यज्ञेश कुमार, डॉ॰ योगेन्द्र सिंह, विनय कुमार, कु॰ पूजा कसाना, पूजा यादव, अंकिता तिवारी, अरशदा रिजवी, स्वाति, अंजली पाल, राधा, निकुंज, आयुषी, प्रियंका, कनिष्का, शिफा, वसीम खान, रूज़ा, संध्या शर्मा, स्तुति शर्मा, अवंतिका गौतम, यशस्वी, स्वाति गौतम, शिवानी शर्मा, सोनिया सैनी, शालिनी आदि उपस्थित रहे।