दाग अच्छे है- मेयर पर जिसने तानी पिस्टल वही होगा बगलगीर

दाग अच्छे है- मेयर पर जिसने तानी पिस्टल वही बगलगीर
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दाग अच्छे है- मेयर पर जिसने तानी पिस्टल वही होगा बगलगीर, जिस शख्स ने साल 2015 में दिल्ली रोड पर तत्कालीन मेयर पर पिस्टल तान दी थी, जिस पर इंडियन ऑयल की पाइप लाइन से पंप चोरी के आरोप हों,  बाईपास पर जिसके होटल पर एमडीए का अवैध निर्माण का ठप्पा लगा हो, तमाम मामलों में जिस शख्स पर दर्जनों मुकदमें हो, वह आज संस्कारी पार्टी के तमाम बड़े नेताओं का बगलगीर होगा। इन दिनों काफी प्रचलित और सिस्टम में फिट लाइनें हैं कि दाग अच्छे हैं। बात सिलसिले बार की जाए तो बेहतर होगा। कारोबार या काम धंधा करने के नाम पर  जिस शख्स की शुरूआत मेरठ की विज्ञापन कंपनियों के होर्डिग्स काटने के काम के साथ शुरू हुई हो, शहर की कुछ हाेर्डिग्स कंपनियों ने जिस के खिलाफ शहर भर के थानों में एफआईआर दर्ज करायी हो, जो शख्स पर इंडियन ऑयल की पाइप लाइनों से तेल चोरी करने के आरोपों में एफआईआर हुई हो। हाइवे पर जिसके होटल पर अवैध निर्माण का तमगा लगाकर ध्वस्तीकरण के लिए जेसीबी भेज दी गयी उसको दागदार ना कहें तो फिर क्या कहें, लेकिन अब सिस्टम में दागदार काफी मुफीद साबित हो रहे हैं, कहने भी लगे है कि दाग अच्छे हैं। जब यह बात सोसाइटी ने सिद्धांत रूप में स्वीकार कर ली है कि दाग अच्छे तो फिर तो कुछ कहने सुनने को बाकि कुछ भी नहीं रह जाता है, भले ही उस शख्स ने नगर निगम मेरठ में अपने पार्षदों के साथ अवैध होडिंग्स के खिलाफ अभियान लचाने को दिल्ली रोड पर पहुंचे तत्कालीन मेयर पर पिस्टल ही क्यों न तान दी है, लगता है पिस्टल जिस पर तानी थी वो भुल गए हो, लेकिन भगवा खेमे के कुछ कार्यकर्ताओं को वो वाक्या आज भी याद है, तभी तो पुराना दर्द और उसकी टीस एकाएक उभर आयी और मुंह से अनायास ही निकल आया कि खुद को पार्टी विद डिफरेंस कहने वालों के लिए भी दाग अच्छे हैं। कार्यकर्ता यह भी सवाल पूछ रहे हैं कि कार्यक्रम करना था तो क्या यही जगह मिली थी। शहर की आबादी से और चुनाव में दिन रात पसीना बहाकर जीत में मददगार साबित होने वाले छोटे कार्यकर्ताओं से दूर बाईपास पर कार्यक्रम का वैन्यू तय करना। कहीं और भी और किसी और की जगह पर भी वैन्यू तय किया जा सकता था या फिर दाग अच्छे हैं।

केस एक-

14 दिसंबर 2012 को अवैध होर्डिंग अभियान के दौरान हजारी के प्याऊ पर लगे दो यूनिपोल को काटने का ठेकेदार के बाउंसरों ने विरोध करते हुए दबंगई दिखाई थी। तब भाजपा नेताओं ने उन्हें दौड़ा लिया था। पुलिस ने लाठियां चलाकर बाउंसरों को मौके से भगा दिया था। साथ ही दोनों अवैध यूनिपोल तोड़कर जब्त कर लिए थे।

केस दो- 

16 फरवरी 2014 को परतापुर थाने में दर्ज मुकदमे के अनुसार परतापुर क्षेत्र में 15 फीट की सुरंग बनाकर आइओसी (इंडियन ऑयल कापरेरेशन) की पाइप लाइन से करोड़ों का तेल चोरी कर लिया। पाइप लाइन से 27 जनवरी से 15 फरवरी तक तेल चोरी किया गया। पाइप लाइन में तेल का प्रेशर कम होने पर विभाग स्तर पर जांच की गई। करीब 15 दिनों की मशक्कत के बाद तेल चोरी का पर्दाफाश हुआ था। आइओसी की तरफ से परतापुर थाने में आरोपित ज्ञानेंद्र चौधरी, नरेंद्र चौधरी, सुकरमपाल, बबलू और सत्ते को गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया था। सभी के खिलाफ पुलिस कोर्ट में आरोप पत्र भी दाखिल कर चुकी है।

यह है अपराध

लेखपाल की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली बाईपास स्थित गांव डुंगरावली की गाटा संख्या 68 की भूमि राजस्व अभिलेखों में नाला (छोइया) के रूप में दर्ज है। इस नाले से कई गांवों के बारिश और रोजाना का दूषित पानी की निकासी होती है। इस नाले के पास होटल है। तहसील के लेखपाल प्रहलाद द्वारा गाटा संख्या 68 की भूमि की पैमाइश की गई। इसके मुताबिक नाले की चौड़ाई 11 मीटर तथा लंबाई 86 मीटर है। मौके पर 5.8 मीटर चौड़ा नाला मिला। 5.2 मीटर चौड़ी और 86 मीटर लंबी पट्टी को होटल में मिला लिया गया है। नाले को क्षतिग्रस्त करके उसका स्वरूप परिवर्तित कर दिया गया है। इससे गांव के गंदे पानी की निकासी भी अवरुद्ध हो गई है। निर्माण के कारण पानी की निकासी संभव भी नहीं है। बारिश के दिनों में कई गांव का पानी रुक जाता है, जिससे लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।  लेखपाल रुद्रेश कुमार की तहरीर को तत्कालीन संपत्ति अधिकारी राजेश कुमार सिंह ने संस्तुति के साथ थाना परतापुर में भेजा, जिसपर पुलिस ने होटल दोआब विलास के मालिक गांव नंगला गोसाई निवासी ज्ञानेंद्र कुमार चौधरी तथा उनके पार्टनर मवाना की ए-15 नालंदा कालोनी निवासी सचिन चौधरी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

केस तीन

13 दिसंबर 2014 को अवैध होर्डिग के खिलाफ अभियान में ज्ञानेंद्र चौधरी ने तत्कालीन महापौर हरिकांत अहलूवालिया पर पिस्टल तानकर जान से मारने की धमकी दी थी। इस मामले में टीपीनगर थाने में पार्षद रविद्र तेवतिया की ओर से ज्ञानेंद्र चौधरी, उसके पार्टनर सचिन चौधरी, शाहनवाज और कामिल के खिलाफ जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस की जांच में सभी आरोपित पाए गए हैं। साक्ष्य जुटाने के बाद पुलिस ने 10 जनवरी 2015 को आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल कर दिया है, जिस मुकदमे की सुनवाई अदालत में विचाराधीन है।

केस चार

02 अप्रैल 2015 को गंगानगर में होर्डिग ठेकेदार ने मीडियाकर्मी पर पिस्टल तानकर जान से मारने की धमकी दी। मीडियाकर्मी ने गंगानगर थाने में  खिलाफ तहरीर दी गई थी। देर रात कई घंटों तक जद्दोजहद हुई। उसके बाद दूसरे दिन पुलिस की बीच बचाव में दोनों पक्षों का समझौता हो गया था।

केस पांच

– 28 सितंबर 2019 को भूमाफिया व होडिंग्स माफिया की तलाश में पुलिस दबिशें दे रही थी।  इसके बावजूद भू-माफिया ने शमन मानचित्र के आवेदन पर हस्ताक्षर करके एमडीए में भिजवा दिया था। आवेदन पत्र रिश्तेदार महिला लेकर पहुंची थी। आवेदन के साथ पांच लाख रुपये का चेक भी भिजवाया गया। तब सवाल पूछा गया था कि क्या भू-माफिया मेरठ में ही कहीं छिपे हैं या फिर अन्य दूर-दराज से आवेदन पर हस्ताक्षर कराकर लाया गया।

विवादों से रहा है पुराना नाता

-डूगंरावली में नाले की जमीन पर कब्जा करने को लेकर कार्रवाई की जद में आए ज्ञानेंद्र चौधरी का विवादों से पुराना नाता है। आइओसी की पाइप लाइन से करोड़ों का तेल चोरी करने के आरोप में जेल जा चुके हैं। उनके खिलाफ महापौर पर तमंचा तानकर जान से मारने की धमकी का मुकदमा भी दर्ज किया गया था।

वीवीआईपी रहेंगे मौजूद

चुनाव से पहले संगठन के पेंच कसने की कवायद की जा रही है। चुनाव के लिए कैसे कार्यकर्ता प्रशिक्षित हो और प्रशिक्षित होकर सही तरीके से अपने वार्ड में काम कराए इसलिए यह शिविर कराया जा रहा है। यूपी के सभी क्षेत्रों में यह शिविर बारी-बारी से आयोजित किए जाएंगे। भाजपा पश्चिम क्षेत्र के 4 नगर निगमों के मेयर, पार्षदों का प्रशिक्षण वर्ग शिविर आज बुधवार से प्रारंभ हो गया है। पार्षदों, मेयरों को पार्टी व शहर के विकास से जुड़े तमाम कामों की जानकारी देने के लिए इस शिविर का आयोजन किया जा रहा है। मेरठ में आयोजित दो दिवसीय शिविर का शुभारंभ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी करेंगे। समापन अवसर पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य आएंगे। कार्यशाला के पहले दिन व्यवस्थाओं पर बातचीत हो रही है। व्यवस्थाओं की जानकारी दी जा रही है। यह शिविर पश्चिम क्षेत्र का है। इसमें मेरठ, मुरादाबाद, सहारनपुर और गाजियाबाद नगर निगम के 4 मेयर एवं 182 पार्षदों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। महानगर अध्यक्ष सुरेश जैन ऋतुराज, जिलाध्यक्ष शिवकुमार राणा की उपस्थिति में कार्यक्रम हो रहा है। शिविर में प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल भी आएंगे। कार्यकर्ता प्रशिक्षित हो और प्रशिक्षित होकर सही तरीके से अपने वार्ड में काम कराए इसलिए यह शिविर कराया जा रहा है। यूपी के सभी क्षेत्रों में यह शिविर बारी-बारी से आयोजित किए जाएंगे।

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