एक ओर गिफ्ट के मूड में वाजेपयी, मेरठ। यदि सब कुछ ठीक रहा तो मेरठ के हिस्से में नए साल के गिफ्ट के नाम पर राज्यसभा सांसद डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी से एक और सौगात मिल सकती है। यह सौगात दो दशकों से आधी अधूरी पड़ी इन रिंग रोड की होगी। डा. वाजपेयी इन रिंग रोड को लेकर बेहद गंभीर भी हैं। इसको लेकर उन्होंने मेरठ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष को एक पत्र भी लिखा है। इस पत्र में इन रिंग रोड को लेकर तमाम बातों का उल्लेख करते हुए राज्यसभा सांसद एमडीए प्रशासन को आइना दिखाने का भी काम किया है। इनर रिंग रोड का काम मेरठ के विकास खासतौर से शहर के जाम की समस्या से निपटने के लिए एक महत्वकांक्षी योजना थी। डा. वाजपेयी ने बताया कि इन रिंग रोड दस सड़कों और छह राष्ट्रीय राज मार्गों को मेरठ से जोड़ने का काम करेगी। इसका परिणाम यह होगा कि बाहर से आने वाला सारा यातायात मेरठ शहर में प्रवेश किए बगैर ही बाहर से बाहर अपने गंतव्य के लिए निकल सकेगा।
मेरठ विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष को भेज पत्र में डा. वाजपेयी ने इन रिंग रोड योजना पर बगैर किसी देरी के तत्काल काम शुरू कराने का आग्रह करते हुए कहा है कि हापुड़ रोड से जुर्रान फाटक तक बने अर्द्धनिर्मित पुल प्लाई ओवर तक 45 मीटर चौड़ी लगभग दो किलो मीटर हेतु करीब 90 हजार वर्ग मीटर भूमि का अर्जन व निर्माण कार्य। जुर्रानपुर फाटक पर बने अर्द्धनिर्मित पुल यानि फ्लाई ओवर से शताब्दी नगर प्रथम रोड तक लगभग दो किलो मीटर के लिए 90 हजार वर्ग मीटर भूमि का अर्जन व निर्माण कार्य मान चित्र में दर्शाया है। पत्र में उन्होंने इनर रिंग रोड की बदहाली का भी जिक्र किया व साथ ही इनर रिंग रोड का काम जल्दी शुरू कराने को कहा है। इतना ही नहीं लगे हाथों डा. वाजपेयी ने यह भी अहसास करा दिया कि इनर रिंग रोड की इस बदहाली के लिए कोई और नहीं बल्कि मेरठ विकास प्राधिकरण ही जिम्मेदार है। उन्होंने इस बात का भी उलाहना दिया कि इनर रिंग रोड को किश्तों में बना कर ही महायोजना के उद्देश्य को हासिल नहीं होने दिया।