एक्सप्रेस-वे ने ली सात की जान, यमुना एक्सप्रेस वे की खून की प्यास बुझती नजर नहीं आ रही है। अब तक सैकड़ों की जिंदगी छीन चुका यमुना एक्सप्रेस वे ने शनिवार को सात जिंदगिगयां छीनकर हंसते खेलते परिवार में कोहराम मचा दिया। एक्सप्रेस वे आथारिटी भारी भरकम टोल वसूल रही है, लेकिन सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं। संडीला के सुंदरपुर टिकारा निवासी कार सवार एक ही परिवार के सात लोगों की मौत से गांव में कोहराम मच गया। लल्लू के पुत्र राजेश की 30 अप्रैल को शादी हुई थी और वह परिवार के साथ नोएडा के लिए कार से निकला था, शनिवार की सुबह हादसे में लल्लू और उनकी पत्नी के साथ दो पुत्रों और बहू व पौत्र समेत सात लोगों की हादसे में मौत की हो गयी। लल्लू अपने पुत्रों के साथ नोएडा में काम करते थे। उनके मझले पुत्र राजेश की 30 अप्रैल को शादी थी, जिसके लिए पूरा परिवार कार से 20 तारीख को ही गांव आ गया था। 30 तारीख को राजेश की बरात बाराबंकी के गांधीनगर मुहल्ला में गई थी और एक मई को दुल्हन नंदिनी विदा होकर आई थी। दो तारीख को परिवार में एक और शादी थी तो सभी रुक गए थे। लल्लू अपनी पत्नी शकुंतला और राजेश के साथ उसकी दुल्हन नंदनी, बड़े पुत्र संजय और उनकी पत्नी निशा, पौत्र धीरज व कृष और एक और पुत्र श्रीगोपाल के साथ कार से नोएडा के लिए निकले थे। गांव में रहने वाले लल्लू के पुत्र राजू ने बताया कि कार संजय ही चला रहा था। वह लोग मथुरा जिले में यमुना एक्सप्रेस-वे पर पहुंचे ही थे कि किसी वाहन ने टक्कर मार दी। हादसे में लल्लू के साथ ही उनकी पत्नी शकुंतला, संजय और उनकी पत्नी निशा और उनका पुत्र कृष के साथ ही राजेश और उसकी दुल्हन नंदनी की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि श्रीगोपाल और धीरज घायल हो गया। खबर सुनकर परिवार के साथ ही रिश्तेदार मथुरा के लिए रवाना हो गए। इस हादसे से पूरे गांव में शोक है।