गोसेवा के लिए समर्पित हैं जीवन, कुछ लोग ऐसे हैं जो गोवंश का बध कर देते हैं। दूध दोहने के बाद पेट भरने के बजाए उन्हें खूंटे से हांक दिया जाता है। लेकिन सर्वदलीय गोरक्षा मंच के जिलाध्यक्ष आशीष वत्स व संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव चौधरी सरीखे भी कुछ लोग हैं जिन्होंने अपना पूरा जीवन ही गोवंश की सुरक्षा व संरक्षण के लिए समर्पित कर दिया है। इस जानलेवा गर्मी में गोवंश सरीखे निरीह जीव को सबसे ज्यादा जरूरत पानी की होतरी है। आमतौर पर देखने में आया है कि यदि कोई गाय पानी की उम्मीद में किसी के दरवाजे पर जाकर खड़ी हो जाती है, तो बजाए पानी के उसको डंडा मारकर भगा दिया जाता हे। ऐसे ही गायों की इस चिलचिलाती गर्मी में प्यास की वेदना को समझते हुए आशीष प्रताप व राजीव चौधरी ने पूरे शहर में जगह-जगह पशुओं के लिए पीने का पानी का इंतजाम किया है। उन्होंने बताया कि वह किसी प्रचार के लिए ऐसा नहीं कर रहे हैं, बल्कि वह तो चाहते हैं कि इसका कहीं जिक्र भी न हो, क्योंकि यदि गरमी में पशु पक्षी खासतौर से गांव यदि प्यास से इधर उधर भटकते हैं और यह बात जानकार भी उनके लिए पानी का इंतजाम न करें तो यह बेहद लल्लाजनक होगा। उन्होंने पूरे शहर के लोगों से आग्रह किया कि जानलेवा गरमी में ऐसे प्यास से व्याकुल पशुओं के लिए कम से कम पानी का इंतजाम अवश्यक करें। प्यास से भटक रहे इन पशुओं को डंडा मारकर भगाएं नहीं बल्कि उनके लिए घर या प्रतिष्ठान के बाहर पानी का बर्तन अवश्यक रखें। आशीष वत्स ने उन लोगों से भी आग्रह किया है जो दूध दोहने के बाद गाेवंश को हांक देते हैं। ऐसे लोगों से कहा है कि जिन गोवंश को रखा हुआ है उनके चारा व पानी का भी खुद ही इंतजाम करें। केवल दूध भर दोह लेना किसी भी प्रकार उचित नहीं है।