हिंदू नेता से डरी पुलिस-नजर बंद, हिन्दू स्वाभिमान संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित भारद्वाजसे पुलिस प्रशासन बुरी तरह से घबराया व डरा हुआ है। आरोप है कि इसी के चलते 10 मई दिन मंगलवार की सुबह पुलिस ने उन्हें नजर बंद कर दिया। प्रदेश में भाजपा की सरकार और हिन्दू संगठन के नेता की पुलिस नजरबंदी आसानी से गले तो नहीं उतरती, लेकिन यह सच है और खुद हिन्दू संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित भारद्वाज ने मीडिया कर्मियों को अपनी पुलिस नजरबंदी की सूचना दी। उन्होंने बताया कि वह खुद नहीं समझ पा रहे हैं कि उन्हें किस कारण से घर में नजर बंद किया गया है। उन्होंने जानकारी दी कि दो दिन पहले तो वह नवागत जिलाधिकारी को गोवंश को लेकर ज्ञापन देकर आए थे। दो दिन में न जाने ऐसा क्या हुआ जो उनसे पुलिस प्रशासन को खतरा नजर आने लगा है। उन्होेंने बताया कि वह कोई अपराधी नहीं है। कोई आतंकवादी नहीं है। देश के कानून काे मानने वाले शांति प्रिय एक गोरक्षक हैं। फिर भी न जाने क्यों उन्हें घर में नजर बंद कर दिया गया। उन्होंने बताया कि 10 मई क्रांति दिवस की प्रभातफेरी से लेकर दिन भर अनेक कार्यक्रम में उन्हें शामिल होना था। पुलिस की वजह से वह किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके हैं। उन्हें यह बात नहीं पता कि पुलिस का उनके साथ ऐसा व्यवहार क्याों रहा। अमित भारद्वाज का कहना है कि हद तो तब हो गयी जब पुलिस ने एक कोरे कागज पर उनसे खिलवाया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के किसी कार्यक्रम में वह कोई व्यावधान नहीं डालेंगे। उन्होंने बताया कि वह तो सीएम के कार्यक्रम में विध्न या व्यावधान की बात कभी सोच भी नहीं सकते, क्योंकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं गोवंश के प्रेमी हैं। वह गाेंवंश व उनकी पीड़ा को समझने वालों की भावनाओं को अच्छी तरह से समझते हैं। वहीं दूसरी ओर अमित भारद्वाज के नजर बंद होने की सूचना जब संगठन के पदाधिकारियों की मिली तो भारी संख्या में पदाधिकारी व कार्यकर्ता उनके आवास पर जुटने शुरू हो गए।