ईरान व तुर्की से रूसी नजदीकि से पश्चिम बेचैन, इरान व तुर्की सरीखे देशों से रूस की नजदीकियों की खबरों ने पश्चिमी देशों व यूरोप को परेशान व बेचैन किया हुआ है। स्स के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन संग युद्ध के बीच एक बार फिर विदेश दौरे पर हैं। वह ईरान की यात्रा करेंगे। यहां वह अपनी ईरान की पांचवी यात्रा पर ईरान के सर्वोच्च नेता अली खमनेई से भी मुलाकात करेंगे। इस समय रूस और ईरान दोनों ही देशों का पश्चिम के साथ तनाव चल रहा है, खासतौर पर अमेरिका के साथ। ऐसी स्थिति में ये माना जा रहा है कि पुतिन की इस यात्रा से रूस और ईरान दोनों ही पश्चिमी देशों को कड़ा संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं। 24 फरवरी को रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से ये पुतिन का दूसरा विदेश दौरा है। इससे पहले वह बीते महीने अपने प्रभाव में आने वाले पूर्व सोवियत देशों तजाकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान के दौरे पर गए थे। वहीं इससे भी पहले उनका प्रमुख विदेशी दौरा चीन का था। जिसके चंद समय बाद ही यूक्रेन युद्ध की शुरुआत हो गई थी। पुतिन का दौरा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के खाड़ी देशों की यात्रा के ठीक बाद शुरू हो रहा है। बाइडेन सऊदी अरब और इजरायल की यात्रा पर गए थे। अमेरिका ईरान को 2015 के परमाणु समझौते से वापस जोड़ने के लिए कोशिशें कर रहा है। ये समझौता रूस और चार अन्य देशों के साथ मिलकर किया गया था। हालांकि अमेरिका साल 2018 में तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में इस समझौते से बाहर हो गया था। वहीं ईरान के सर्वोच्च नेता के सलाहकार ने इन सबके बीच कहा है कि अब उनके देश के पास परमाणु बम बनाने की तकनीक है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन के साथ सीरिया में संघर्ष को कम करने के लिए यूक्रेन से अनाज के निर्यात को फिर से शुरू करने प क्षेत्र के समक्ष मौजूद विभिन्न मुद्दों पर बातचीत करेंगे।