जोन बी-3 में भू-माफिया काट रहा है अवैध कालोनी अमोलक एन्कलेव

भू-माफिया कमा रहे करोड़ों करोड़-मेडा पर नहीं 26 करोड़
Share

जोन बी-3 में भू-माफिया काट रहा है अवैध कालोनी अमोलक एन्कलेव, मेरठ विकास प्राधिकरण के जोन बी-3 खिर्वा रोड पर शहर का एक बड़ा भूमाफिया बताया जाने वाला कंकरखेड़ा का व्यापारी नेता अमोलक एन्कलेव के नाम से अवैध कालोनी काट रहा है। इस अवैध कालोनी में इन दिनों दिन रात काम जारी है। दिन के उजाले में जिस प्रकार से अवैध कालोनी का काम चल रहा है, उसे देखकर नहीं लगता कि भू-माफिया को योगी बाबा के बुलडोजर या अवैध कालोनियों के खिलाफ योगी बाबा के ध्वस्तीकरण के अभियान का खौफ। 

अवैध कालोनी के लिए खत्म कर दिए खेत:

खिर्वा रोड पर जिस जगह यह भूमाफिया अवैध कालोनी काट रहा है, वहां कभी हरे भरे खेत हुआ करते थे। शहर के करीब होने की वजह से किसान यहां के इन खेतों में सब्जियां व दूसरी फसले उगाया करते थे। पूरा इलाका हरियाली से लहलाता था, लेकिन अवैध कालोनी और कंकरीट का जंगल तैयार कराने के लिए इस भूमाफिया ने यहां के हरे भरे खेतों पर ट्रैक्टर चलवा दिया। खेती को नष्ट कर दिया। गांव के लोगों ने आरोप लगाया कि जो भी बड़े-बड़े पेड़ यहां की शोभा बढाया करते थे, भूमाफिया ने सभी को रातों रात कटवा दिया।

अवैध कालोनी में अनुमति को ना:

खुद को व्यापारी नेता साबित करने को ढोल पीटने वाला यह इस भूमाफिया की खिर्वा रोड पर जब कालोनी ही अवैध रूप से काटी जा रही है तो फिर हरे भरे पेड़ों को काटने के लिए वन विभाग की अनुमति की बात सोचना बेमाने है। कालोनी बनाने के लिए भूमाफिया ने जब मेरठ विकास प्राधिकरण से कालोनी का ले-आउट स्वीकृत कराना ही जरूरी नहीं समझा तो फिर पेड़ों को काटने के लिए किसी प्रकार की अनुमति की बात सोचना निरर्थक है।

प्लाट ही नहीं फ्लैट भी: 

जोन बी-3 के खिर्वा रोड इलाके में काटी जा रही अवैध कालोनी की यदि बात की जाए तो इस कालोनी में केवल प्लाटिंग ही नहीं की जा रही है बल्कि किसी बड़े ब्रांड वाली मेडा से स्वीकृत कालोनी की तर्ज पर अवैध रूप से फ्लैट भी बनाए जा रहे हैं। मौके पर मुआयना करने से यह प्रोजेक्ट देखकर लगता दस बीस या सौ पचास करोड़ नहीं बल्कि कई सौ करोड़ के टर्न ओवर को घूमाने के लिए यह अवैध कालोनी काटी जा रही है।

फिल्ड स्टाफ पर सवाल:

अवैध कालोनी अमाेलक पर काम अरसे से चल रहा है। जिस प्रकार से यहां काम चल रहा है उससे फिल्ड स्टाफ पर सवाल खड़े हो रहे हैं। बताया गया है कि जोन बी-3 के जेई मनोज सिसौदिया हैं। जानकारों की मानें तो मनोज सिसौदिया की गिनती मेडा मे बड़ी अवैध कालोनियों के बड़े मददगार के रूप में की जाती है। खिर्वा रोड की अमोलक एन्कलेव से पहले वह जोन बी-2 में रामा ग्रुप के सोफीपुर शमशान के समीप अवैध मार्केट रामा कुंज को लेकर चर्चा मे रहे हैं। यह अवैध मार्केट दौराला निवासी बताए जा रहे किसी अनिल चौधरी नाम के भूमाफिया द्वारा राम कुंज के नाम से बनाया गया है। जेई मनोज सिसौदिया का नाम इससे पहले मेडा के जोन डी-4 में खुद को भाजपा नेता बताने वाले पुराने सपाई दारा सिंह प्रजापति और कथित भूमाफिया पवित्र मित्रा द्वारा काटी गयी अवैध कालोनियों  को लेकर भी खासा चर्चा में रहा है।

दो अवैध कालोनी ध्वस्त रामा कुंज का इंतजार:

जहां तक दार सिंह प्रजापति और पवित्र मित्रा की अवैध कालोनियों की बात है तो इन दोनों की अवैध कालोनियां ध्वस्त की जा चुकी हैं। पहले दार सिंह प्रजापति की अवैध कालोनी ध्वस्त की गयी। ध्वस्तीकरण को रोकने के लिए गांव के लोगों को सामने लाकर प्रबल विरोध किया गया था, लेकिन इसके बाद भी ध्वस्तीकरण नहीं टाला जा सका। भूमाफिया पवित्र मित्रा की अवैध कालोनी पर पिछले दिनों मेडा की जेसीबी गरजी थीं। हालांकि अभी सोफीपुर के हिन्दू शमशान घाट के बराबर में खेत में बनाया गया अवैध मार्केट रामा कुंज के ध्वस्त होने का लोगों का इंतजार है।

वीसी के दावों पर सवाल:

मेडा वीसी ने चार्ज संभालते ही दावा किया था कि भले ही कोई कितना भी प्रभावशाली या पहुंच वाला क्यों न हो, किसी की भी अवैध कालोनी नहीं बनने दी जाएगी। अवैध कालोनियों में काम बंद कराया जाएगा, लेकिन खिर्वा रोड पर मेडा के जोन बी-3 में काटी जा रही अमोलक एन्कलेव में लगातार दिन रात जारी काम देखकर वीसी के दावों पर ही सवाल उठ रहे हैं। एक ओर अवैध कालोनियों मे काम न होने देने का दावा और दूसरी ओर भूमाफिया की अमाेलक एन्कलेव में लगातार काम। कुछ लोगों का तो यहां तक आफ दा रिकार्ड कहना है कि जब दारा सिंह प्रजापति, पवित्र मित्रा व सुभाष सरीखों की अवैध कालोनियों पर बुलडोजर चल सकता है तो फिर खिर्वा रोड पर काटी जा रही अमोलक एन्क्लेव को जमीदोज करने के लिए मेडा प्रशासन जेसीबी मशीनें क्यों नहीं भेजा रहा है। या फिर यह मान लिया जाए कि कार्रवाई से पहले भूमाफिया का कद या फिर कहें राजनीतिक रसूकात देखा जाता है। राजनीतिक कद के बाद ही तय होता है कि अवैध कालोनी ध्वस्त की जानी है या नहीं।

अवैध कालोनी के इतर भी बहुत कुछ:

जिस भूमाफिया की यह अवैध कालोनी बतायी जा रही है जानकारों का कहना है कि खिर्वा रोड की अवैध कालोनी अमोलक के अलावा भी उसके कई ऐसे ही अवैध प्रोजेक्ट चल रहे हैं। इनमें से एक मेरठ छावनी स्थित एसजीएम गार्डन भी उसकी साझीदारी बतायी जाती है। इसके अलावा कई अन्य अवैध कालोनियों में प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से उसकी दूसरी अवैध कालोनियों में हिस्सेदारी की बात सुनने में आती है।

माननीयों के साथ मंच सांझा:

अमोलक एन्कलेव नाम की अवैध कालाेनी काट रहा भूमाफिया का राजनीतिक कद और सामाजिक रसूख कितना बड़ा है उसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि  अनेक बार माननीयों के साथ उसको मंच साझा करते देखा जा सकता है। तमाम दलों के माननीयों मे इसकी अच्छी खासी पकड़ बतायी जाती है। शायद यही कारण है कि सरकार भले ही किसी भी दल की हो आमतौर पर ऐसे भूमाफियाओं के काम नहीं रूका करते हैं।

वर्जन

जोनल अधिकारी अर्पित यादव का कहना है कि अवैध कालोनियों के खिलाफ मेडा ने अभियान छेड़ा हुआ है। एक भी अवैध कालोनी या निर्माण बख्शा नहीं जाएगा।

@Back Home

 


Share

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *