करीब 75 लाख का बकाया फिर भी चुप

काबिल को बना डाला डिफाल्टर
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करीब 75 लाख का बकाया फिर भी चुप, मेरठ। बीएसए कार्यालय पर टैक्स का करीब पिछत्तर लाख बकाए के मामले में नगर निगम के अफसरों की भूमिका जांच के दायरे में है। वहीं दूसरी ओर जब बीएसएस सुदर्शन लाल से इस संबंध में उनका पक्ष जानने का प्रयास किया तो सवाल सुनने के बाद अचानक कॉल को डिसकनैक्ट कर दिया गया। कई बार काल किए जाने के बाद भी कॉल रिसीव नहीं की गयी। बीएसए कार्यालय के लिपिक प्रदीप बंसल से भी संपर्क का प्रयास किया ताकि बीएसए कार्यालय का पक्ष जाना जा सके, लेकिन उन्होंने भी काल को रिसीव नहीं किया। नगर निगम के मुख्य कर निर्धारण अधिकारी के एक पत्र जो उनके द्वारा इसी साल मार्च माह में जिलाधिकारी मेरठ को प्रेषित किया गया है। इस पत्र में शासन के आईजीआरएस पोर्टल पर बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर नगर निगम मेरठ के टैक्स करीब 75 लाख की रकम के बकाए का उल्लेख करते हुए मुख्य कर निर्धारण अधिकारी द्वारा कहा गया है कि टैक्स की यह रकम 31 मार्च से पूर्व नगर निगम के कोष में जमा करायी जानी थी। लेकिन यह रकम जमा नहीं करायी गयी। इसलिए बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय को सील किया जाए। दरअसल यह पूरा मामला तब सामने आया जब राधे श्याम गौड नाम के एक शख्स से बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा नगर निगम को हाउस टैक्स व वाटर टैक्स न जमा किए जाने तथा राजकोषीय हानि पहुंचाने की शिकायत शासन के आईजीआरए पोर्टल पर की थी। उनकी शिकायत पर ही कार्रवाई शुरू हुई। शासन स्तर से इस मामले में नगर निगम से रिपोर्ट तलब कर ली गयी। रिपोर्ट तलब किए जाने के बाद ही नगर निगम के मुख्य कर निर्धारण अधिकारी कार्यालय ने जब फाइलों को खंगालना शुरू किया तो करीब 75 लाख की रकम बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर बकाया पायी गयी। पड़ताल में इतनी बड़ी रकम का मामला पकड़े जाने के बाद पहले नौचंदी एरिया के रिकबरी स्टाफ की खबर ली गयी। उसके बाद जिलाधिकारी को पत्र लिखकर कार्यालय सील कराने की कार्रवाई का आग्रह किया गया। सील लगाने और खोलने में कर दिया खेल:- नगर निगम अधिकारियों ने खेल करने का काम किया। राधे श्याम गौड़ का आरोप है कि सील लगाने के चंद घंटे बाद ही सील को खोल दिया गया। जब इस संबंध में निगम प्रशासन से सवाल किया गया तो बजाए लिखित स्पष्टीकरण देने के बीएसए द्वारा मौखिक रूप से शीघ्र ही टैक्स की रकम जमा कराए जाने का वादा किए जाने की जानकारी दी गयी। लेकिन टैक्स की इस बड़ी रकम का वर्तमान में स्टेटस क्या है। इसकी जानकारी आज तक नहीं दी गयी।
वर्जन
शासन के आईजीआरएस पोर्टल पर बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर बकाए की शिकायत करने वाले राधे श्याम का कहना है कि इस मामले को लेकर सोमवार को अपील में जा रहे हैं। बीएसए कार्यालय और नगर निगम प्रशासन के अफसर सरकार को राजकोषीय हानि पहुंचाने काम कर रहे हैं। 

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