खरपतवार मुक्त भारत बनाने का लक्ष्य, मेरठ मोदीपुरम स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में पारथेनियम मुक्त भारत राष्ट्रीय सेवा योजना एक पहल नामक आंदोलन की शुरुआत की है। इस पहल को देश में पहली बार कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर के के सिंह की अगुवाई में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के छात्रों द्वारा प्रारंभ किया गया है। सेहत, खेती दोनों के लिए घातककुलपति डॉक्टर केके सिंह ने कहा कि पारथेनियम सबसे अधिक परेशानी वाले खरपतवारों में से एक है। जो चरागाह भूमि और खेती वाले क्षेत्रों, सड़क किनारे, मेड़ों, नदी के किनारों, खादर के इलाकों में तेजी से बढ़ रहा है। यह पौधा किसी भी तरह की मिट्टी में उग जाता है। यह सेहत और खेती दोनों के लिए बेहद घातक है। इसे रोकना होगा। भारत से खत्म करना होगा पारथेनियमछात्रों को बताया कि पारथेनियम सालभर खिला रहने वाला खरपतवार है। इसको भारत से मुक्त करना होगा इसके लिए सभी को आगे आना होगा तभी यह खरपतवार खत्म हो सकेगा। इस कार्यक्रम में सभी महाविद्यालयों के अधिष्ठाता राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के छात्र तथा कार्यक्रम अधिकारी मौजूद रहे। ये रहे मौजूदकार्यक्रम में कुलसचिव डॉक्टर बीआर सिंह अधिष्ठाता वेटरनरी डॉ राजीव सिंह अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय, प्रोफेसर विवेक धामा अधिष्ठाता बायोटेक्नोलॉजी, प्रोफेसर रविंद्र कुमार अधिष्ठाता फूड टेक्नोलॉजी, डॉक्टर पुष्पेंद्र कुमार राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के समन्वय प्रोफेसर आर एस सेंगर कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर निलेश कपूर, डॉक्टर पंकज चौहान, डॉ मुकेश कुमार, डॉ विपिन कुमार, डॉक्टर निलेश चौहान, डॉ अर्चना आर्य, डॉक्टर विपुल ठाकुर, डॉक्टर शैलजा, डॉक्टर दीपक मिश्रा, डॉ अशोक यादव, मनोज सेंगर, डॉक्टर विपिन बालियान, डॉक्टर दान सिंह मौजूद रहे।