किसानों के मसीहा का भावपूर्ण स्मरण, अखिल भारतीय जाट महासभा ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व श्री चौधरी चरण सिंह की पुण्यतिथि पर यज्ञ किया और मेरठ कमिश्नरी पार्क में स्थित चौधरी साहब की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। संगठन मंत्री युवा शेरा जाट ने कहा कि चौधरी चरण सिंह आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती की शिक्षा से प्रभावित थे, इसलिए उनकी वैदिक धर्म में आस्था थी वो 1930 से 1937 तक गाजियाबाद कार्यकारणी के अध्यक्ष रहे और आर्य समाज के कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से कार्य किया। वो नशे और पूंजीवाद के शक्त खिलाफ रहे उन्होने सारे जीवन ईमानदारी से गरीब, पिछड़ों, दलितों,और किसानो के हित की लडाई लड़ी। मल्यार्पण में शेरा जाट, प्रशांत डागर, विक्रांत आर्य, अक्षित चौधरी शेखर चौधरी,आकाश चौधरी, निशांत चौधरी, रजत चौधरी, तुषार चौधरी, प्रभाकर चौधरी, पंकज सिवाच, प्रशांत सिवाच आदि मौजूद रहे। किसानों के मसीहा पूर्व प्रधानमंत्री स्व चौधरी चरण सिंह को उनकी पुण्यतिथि पर बागपत सहित पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में याद किया गया और श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। बड़ौत में हवन कर चौधरी साहब याद किए गए। लोगों ने उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प भी लिया। बागपत से काफी संख्या में रालोद कार्यकर्ताओं व किसानों ने दिल्ली जाकर किसान घाट पर पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौ. चरण सिंह को श्रद्धांजलि दी है। पूर्व जिलाध्यक्ष डा. जगपाल सिंह, रालोद नेता ओमबीर ढाका, जिला पंचायत सदस्य सुखबीर सिंह गठीना, कुलदीप उज्ज्वल, ओमबीर तोमर, नीरज पंडित, समेत अनेक लोगों ने दिल्ली में किसान घाट पर चौधरी साहब को श्रद्धासुमन अर्पित करने के उपरांत दिल्ली के विज्ञान भवन में न्यायिक सामाजिक गोष्ठी में भाग लिया। यह गोष्ठी चौधरी चरण सिंह की पुण्यतथि पर आयोजित की गई है। बड़ौत में रालोद तथा भाजपा कार्यकर्ताओं ने चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर मल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित की। वहीं छपरौली में भी किसानों और रालोद कार्यकर्ताओं ने चौधरी चरण सिंह पुस्तकालय पर लगी चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। जाट महासभा के महासचिव अश्वनी तोमर ने चौधरी चरण सिंह के जीवन पर प्रकाश डाला।