मांडले पर भक्तों ने चढाए 512 अर्घ्य, आषाढ़ मास के अष्टाह्निका पर्व के दौरान सदर दुर्गाबाड़ी स्थित श्री 1008 भगवान पार्श्वनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर मेरठ में चल रहे मंगलकारी श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान के सातवें दिन भव्य मांडले पर भक्तों ने चढाए 512 अर्घ्य।
जैन समाज में विनेश जैन का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं। मीडिया व जैन समाज के बीच सेतू साबित हो चुके विनेश जैन ने सदर दुर्गाबाड़ी स्थित श्री 1008 पार्श्वनाथ जैन पंचायती मंदिर में चल रहे कार्यक्रम की जानकारी मीडिया को भेजी। उन्होंने बताया कि मंगलवार की शांतिधारा के पुण्यार्जक निकुंज जैन और मृदुल जैन रहे। इसके पश्चात ब्रह्मचारिणी स्वीटी दीदी के मंगल सानिध्य और मधुर स्वर में सभी भक्तों ने सबसे पहले देव शास्त्र गुरु पूजा उसके बाद भगवान पार्श्वनाथ पूजा, नंदीश्वर द्वीप पूजा, सिद्धचक्र विधान के सप्तम वलय की पूजा की। इसके बाद मांडले पर सभी पुरूष एवं महिला भक्तों ने क्रमशः अर्घ्य समर्पित किए।
विधान के आयोजन कर्ता मनीश जैन ने बताया कि कल विधान के अंतिम दिन यानि 13 जुलाई को 1024 अर्घ्य चढाए जाएंगे और फिर विधान का समापन हवनकुंड मे आहुतियां देकर किया जाएगा। संजीव, राकेश, विजय, सुनील, बबीता, कल्पना, रानी आदि उपस्थित रहे। यह विधान लगातार 8 दिनों तक चलेगा। समापन वाले दिन 1024 अर्घ चढाए जाएंगे। श्री 1008 भगवान पार्श्वनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर दुर्गाबाड़ी सदर में आयोजित इस धार्मिक आयोजन की अद्भुत छटा देखते ही बनताी थी। इसमें शामिल होने के लिए भक्ति भावना लिए जैन समाज से श्रद्धालुजन जिसमें महिला पुरूष सभी शामिल रहे वो पहुंचे थे। पूरे विधि विधान से जैन पंथ या कहें समाज की यह पूजा अर्चना जिसे अतिशयकारी श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान भी कहतें हैं, का आयोजन किया गया। जैन समाज का बहुत ही पवित्र आयोजन होता है। इसको लेकर मंदिर में व्यवस्था बहुत सुंदर रही। विधि विधान से पूजा का आयोजन चल रहा है। सदर जैन समाज इसमें परंपरागत श्रद्धा व उल्लास भाग ले रहा है। श्री 1008 भगवान पार्श्वनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर दुर्गाबाड़ी सदर में इस अतिशयकारी श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान में जैन श्रद्धालु उमड़ पड़े हैं।