मेडिकल में ट्रेनिंग सेशन पूरा, नवजात शिशु मृत्यु दर घटाने के लिए एलएलआरएम मेडिकल में चल रहे ट्रेनिंग सेशन का शनिवार को समापन हो गया। मेडिकल के मीडिया प्रभारी डॉ वी डी पांडेय ने बताया कि ट्रेनिंग में मेरठ, शामली,मुजफ्फरनगर, बागपत सहारनपुर, बिजनौर, कासगंज, गौतम बुध नगर, बुलंदशहर आदि विभिन्न जिलों से आए हुए 6 चिकित्सको एवम 18 स्टाफ नर्स कुल 24 प्रशिकसुओ ने प्रतिभाग किया। इस प्रकार का प्रशिक्षण नवजात शिशु मृत्यु दर को घटाने के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही एक योजना है जिसमे बीमार पैदा होने वाले बच्चों तथा पैदा होने वाले शिशु जो रोग से ग्रसित हैं उनको समय रहते इलाज प्राप्त कराने से उनकी जान को खतरा ना बने और उनका स्वास्थ्य बेहतर रहे इसके लिए ही चिकित्सकों को एवं स्टाफ नर्सों को ट्रेनिंग दी जाती है। प्रधानाचार्य डॉ. आर सी गुप्ता ने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण उत्तर प्रदेश शासन के आदेश पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल के बाल रोग विभाग में तैनात चिकित्सकों एवं नर्सिंग स्टाफ को प्रशिक्षित देने हेतु कराया जा रहा है जिससे वह सभी अपने चिकित्सालय में नवजात शिशु की देखभाल अच्छे से कर सकें तथा नवजात शिशु मृत्यु दर में कमी लाई जा सके। एचओडी बाल रोग विभाग डॉ नवरतन गुप्ता ने नवजात शिशु में होने वाली समस्याओं के लक्षण की पहचान पर अपना व्याख्यान दिया। डॉ विकास अग्रवाल आचार्य बाल रोग विभाग ने नवजात शिशु में होने वाले रोग की पहचान, जांच एवं उपचार का प्रशिक्षण दिया। डॉ अभिषेक सिंह आचार्य ने पोस्ट नेटल केयर, एनआईसीयू केयर पर प्रशिक्षण दिया। डॉ आर सी गुप्ता, प्रधानाचार्य द्वारा समस्त प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किया गया।
संचारी रोग नियंत्रण माह
मेडिकल में संचारी रोग नियंत्रण अभियान 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तथा दस्तक अभियान 17 अप्रैल से 30 अप्रैल तक मनाया जाएगा इसी के क्रम में आज मेडिसिन विभाग लाला लाजपत राय स्मारक मेडिकल कॉलेज मेरठ में मेडिसिन विभाग तथा बाल रोग विभाग के चिकित्सकों, चिकित्सा शिक्षकों, जूनियर रेजिडेंट, नान पीजी चिकित्सकों के प्रशिक्षण हेतु लेप्टोस्पायरोसिस विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। प्रभारी डॉक्टर स्नेह लता वर्मा ने महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। सह प्रभारी डा सूर्यकांत किरण मलिक सहायक आचार्य मेडिसिन विभाग एवम डॉक्टर शिवांग ढाकर जूनियर रेजिडेंट मेडिसिन विभाग ने कहा कि लेप्टोस्पायरोसिस एक संचारी रोग है तथा एक बैक्टीरिया जनित बीमारी है। प्रधानाचार्य डॉ आर सी गुप्ता ने बताया कि चिकत्सालय के चिकित्सक संचारी रोगों के इलाज करने में समर्थ एवम प्रशिक्षित हैं तथा संबंधित सुविधाएं एवम दवाएं भी उपलब्ध हैं।इस अवसर पर डा आभा गुप्ता, डा योगिता सिंह, डा अरविंद कुमार, डॉक्टर संध्या गौतम, डा वी के त्यागी, डॉक्टर श्वेता शर्मा, डॉक्टर स्नेह लता वर्मा, डॉ एस के के मलिक, डा निशांत तायल, डॉ विक्रांत, डॉक्टर आदित्य ,डॉक्टर सुमित आदि उपस्थित रहे।