मोदीनगर में रैपिड पिलर्स का अंतिम पड़ाव, मोदी नगर के क्षेत्र में दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के लिए किया जा रहा पिलर निर्माण का कार्य लगभग 75 प्रतिशत पूर्ण हो गया है। बाकी के पिलर्स के निर्माण का कार्य अब तेजी से चल रहा है। मोदी नगर का क्षेत्र लगभग 7-8 किमी के लंबाई में फैला हुआ है जहां पर यात्रियो की सुविधा के लिए दो आरआरटीएस स्टेशन, मोदी नगर नॉर्थ और मोदी नगर साउथ बनाए जा रहे हैं। लगभग 250 पिलर्स बनाए जाने हैं, 180 पिलर्स का निर्माण पूरा हो चुका है। तैयार पिलर्स पर वायाडक्ट का निर्माण कार्य भी किया जा रहा है। अलग-अलग जगहों पर 2 तारिणी (लॉन्चिंग गेंट्री) कार्य कर रही हैं। इनमें से एक तारिणी मुराद नगर की ओर और दूसरी तारिणी मेरठ की ओर के वायाडक्ट का निर्माण कर रही है। दोनों स्टेशनों का निर्माण भी प्रगति पर है। इन दोनों स्टेशनों का निर्माण कार्य दिल्ली-मेरठ मुख्य मार्ग के बीच 11-11 यूनीक केंटीलीवर पिलर्स पर किया जा रहा है। इस प्रक्रिया के तहत पिलर्स पर क्रॉसआर्म बनाकर स्टेशन का बुनियादी ढांचा तैयार किया जा रहा है। इन दोनों एलेवतेड़ स्टेशनों में तीन लेवल होंगे, ग्राउंड लेवल, कॉनकोर्स लेवल और प्लेटफॉर्म लेवल। यात्रियों की सुविधा के लिए यहां ग्राउंड लेवल पर स्टेशन के दोनों ओर एक-एक प्रवेश/निकास द्वार बनाया जाएगा। दोनों प्रवेश/निकास द्वारों में सीढ़ियों के साथ-साथ एस्कलेटर और लिफ्ट भी लगाई जाएंगी। इन दोनों स्टेशनों की लंबाई लगभग 215 मीटर, चौड़ाई लगभग 25 मीटर और प्लेटफॉर्म लेवल की ऊंचाई करीब 16 मीटर होगी। स्टेशन के कॉनकोर्स लेवल पर यात्रियों के लिए एएफसी गेट, ग्राहक सेवा केंद्र, टिकटिंग काउंटर, सुरक्षा जांच समेत अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी। यहां अग्निशामक प्रणाली, खुदरा आउटलेट, स्नैक वेंडिंग मशीन और वॉशरूम जैसी सुविधाएं भी होंगी। यह स्टेशन अत्याधुनिक आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा, जिसमें वास्तविक समय की जानकारी के लिए यात्री सूचना डिस्प्ले बोर्ड और आसपास के प्रमुख स्थानों को दर्शाने वाले सिस्टम मैप शामिल हैं। कॉनकोर्स स्तर पर, टिकट वेंडिंग मशीन (टीवीएम), अग्निशामक प्रणाली, खुदरा आउटलेट, स्नैक वेंडिंग मशीन और वॉशरूम जैसी सुविधाएं आदि के अलावा प्रदान की जाएंगी।