नसीम का छोड़ युसूफ का थामा हाथ, कांग्रेस के पश्चिम प्रांत प्रभारी नसीमुद्दीन सिद्दीकी से अदावत नसीम कुरैशी को महंगी पड़ गयी। जिसके चलते आला कमान ने बगैर किसी देरी के शहर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व प्रदेश कांग्रेस में कई संगठनों पर काविज रहे पुराने कांग्रेसी युसूफ कुरैशी को महापौर का प्रत्याशी घोषित कर दिया है। युसूफ को महापौर प्रत्याशी बनाए जाने की पुष्टि कांग्रेस के बड़े दलित नेता आईडी गौतम ने भी कर दी है। इनके अलावा मेरठ में कांग्रेस के नगर निकाय चुनाव प्रभारी सलीम पठान ने भी युसूफ कुरैशी का टिकट होने व नसीम कुरैशी का पत्ता साफ होने की पुष्टि की है। वहीं दूसरी ओर जानकारी मिली है कि मेरठ महापौर प्रत्याशी को लेकर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष ब्रजलाल खाबरी और प्रश्चिम प्रांत प्रभारी नसीमुददीन सिद्दीकी में भी ठन गयी थी। सूत्रों की मानें तो नसीम कुरैशी को लेकर पहले से ही त्यौरियां चढ़ी थीं। सुनने में आया है कि नसीम कुरैशी के टिकट को लेकर नसीमुद्दीन सिद्दीकी की नाराजगी को देखते हुए ही प्रदेश कांग्रेस ब्रजलाल खाबरी ने अपने पांव पीछे खींच लिए थे। इतना ही नहीं जानकारों तो यहां तक कहना है कि प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व ने वेस्ट यूपी में पांच टिकट नसीमुददीन सिद्दीकी को दे दिए थे। इनमें मेरठ का भी टिकट शामिल था। बस यहीं से नसीम कुरैशी की मुश्किलें शुरू हो गयीं मानी जा रही थीं। इसके अलावा नसीम कुरैशी को लेकर कुछ शिकायतें भी आला कमान तक भेजी गयी थीं। इनकी जांच भी नसीमुद्दीन सिद्दीकी के हाथ में थीं, जब जांच नसीमुद्दीन सिद्दीकी के हाथ में हो तो रिपोर्ट कैसी जाएगी इसका अंदाजा अलाया जा सकता है। हालांकि एक आरोप मेरठ में सामानांतर स्तर पर कांग्रेस संगठन का चलाने का भी नसीम कुरैशी एंड खेमे पर लगा रहा था। पिछले दिनों अपार चैंबर हुई कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक में इस बात को लेकर बगैर किसी का नाम लिए समानांतर संगठन चलाने वालों को लताड भी लगायी गयी थी। इसके बाद बतौर महपौर टिकट हासिल कर लिए जाने पर कहा जाने लगा था कि अकेले नसीम कुरैशी पूरी कांग्रेस पर भारी पड़ गए। मेरठ में संगठन भी इस टिकट को लेकर परेशान था। इसके बाद ही अंदरूनी घात प्रतिघात शुरू हो गया और अंतोगत्वा नसीम कुरैशी को पछाड़ खानी पड़ी टिकट अब युसूफ कुरैशी के हाथ में है। वहां जश्न मनाया गया।