नवीन-राजू व भारत को भी सीबीआई का न्यौता, मेरठ कैंट बोर्ड के अफसर भले ही कुछ भी सफाई देते रहें, लेकिन जिस प्रकार से सीबीआई एक-एक कर समन भेजकर कैंट बोर्ड के स्टाफ को पूछताछ के लिए तलब कर रही है, उससे साफ जाहिर है कि भर्ती घोटाले के नाम पर गरीबों की जेब पर डाका डालने काम कैंट बोर्ड में किया गया है। कार्यालय अधीक्षक जयपाल तोमर और सेनेट्री सेक्शन हेड वीके त्यागी से पूछताछ के बाद पूछताछ के लिए अब सीबीआई का न्यौता कैंट बोर्ड कर्मचारी यूनियन के नवीन चंद्र पंत महामंत्री, भारत सिंह आजाद अध्यक्ष व राजू पेंटर पूर्व महामंत्री व वर्तमान अध्यक्ष इन तीनों को भी बुलाया है और सुबह से वहां आर्मी बैंड बज रहा है इनके स्वागत में। यहां यह भी याद रखा जाए कि कैंट बोर्ड के पूर्व लेबर ठेकेदार ने भी प़ैसे व शराब मांगने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी इन तीनों के खिलाफ। जिन लोगों पर शराब के लिए ठेकेदार से पैसे मांगने को लेकर एफआईआर तक दर्ज हो चुकी है, ऐसे लोगों को यदि कर्मचारी चुनते हैं तो फिर सवाल कर्मचारियों पर भी है। वहीं भर्ती घोटाले की यदि बात की जाए तो जेल भेजे गए सेनेट्री सुपरवाजर ने जिन छह के नाम बताए हैं उनमें से अब तक पांच को सीबीआई का न्यौता मिल चुका है। दो से पूछताछ भी की जा चुकी है। तीन आन दा वे हैं। अब बाकि रह गए वो जिन्हें इस पूरे कांड़ का बड़ा हिस्सेदार माना जा रहा है। जिन गरीबों से कर्जा लेकर नौकरी के लिए पैसे दिए हैं, वो कर्मचारी पूछ रहे हैं कि सीबीआई बड़े साहब को कब न्यौता भेजेगी। जब तक बड़े साहब सरीखों पर सीबीआई का सुपरवाइजर सुंदर की तर्ज पर शिकंजा नहीं कसेगा तब तक कैंट बोर्ड से भ्रष्टाचार की गंगा जमना सरस्वती का संगम नहीं रूकेगा। भ्रष्टाचार की गंगा जमना सरस्वती कैंट बोर्ड का स्टाफ इंजीनियरिंग, सेनेट्री व रेवेन्यू सेक्शन को मानता है। सभी कारगुजारियों में इनका संगम माना जाता तय है।