मेरठ में पुलिस की दबिशें-कई अरेस्ट,
मेरठ/रविवार देर रात और सोमवार को पूरे दिन पुलिस ने कांग्रेसी नेताओं के घरों पर दबिशें दीं। जो मिल गए उन्हें हाउस अरेस्ट कर दिया। कुछ को बीच रास्ते लखनऊ जाते हिरासत में ले लिया गया।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के तत्वाधान में 18 दिसंबर को होने वाले विधानसभा घेराव में जिला अध्यक्ष अवनीश काजला के साथ जा रहे दर्जनों कांग्रेस कार्यकतार्ओं को जनपद मेरठ से लखनऊ जा रहे कांग्रेस कार्यकतार्ओं को पुलिस ने मेरठ हापुड़ जिले की सीमा पर गिरफ्तार कर लिया। अवनीश काजला की पुलिस से गिरफ्तारी को लेकर तीखी नोंकझोंक भी हुई। कल रात से ही जिला अध्यक्ष अवनीश काजला के शीलकुंज स्थित आवास पर पुलिस ने घेरा बंदी की हुई थी। किसी तरह वो कांग्रेस कार्यकतार्ओं के साथ मेरठ से बाहर निकले हापुड़ और मेरठ जिले की सीमा पर उन्हें पुलिस ने साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया। अवनीश काजला ने कहा योगी सरकार पुलिस के दम पर जनता की आवाज को दबा रही है योगी सरकार जितना प्रताड़ित करेगी कांग्रेस का कार्यकर्ता और मजबूती के साथ जनता की आवाज उठाते रहेंगे। अवनीश काजला के साथ सुमित विकल, अजय चौधरी, अजीम , शहरयाब मुखिया, वाशु काजला, मुस्तजाब चौधरी, आरफीन, हर्ष चौधरी , मोहित चौधरी आदि साथ थे। इससे पहले कल रात मे भी महानगर अध्यक्ष जाहिद अंसारी, बबिता गुर्जर, सलीम खान , आदि नेताओं को घर पर ही नजर बंद कर दिया। शहर विधानसभा से चुनाव लड़े रंजन शर्मा को भी पुलिस ने बिजली बंबा बाईपास पर गिरफ्तार कर लिया। फिर भी जनपद मेरठ से सैकड़ों कार्यकर्ता विभिन्न माध्यम से लखनऊ पहुंच गए है। रंजन शर्मा ने कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की जा रही है। जनता की आवाज को कुचला जा रहा है।
यह लोकतंत्र की हत्या है
कांग्रेसी बंदूक और गोलियों से डरने वाले नहीं। पीसीसी के पूर्व सचिव चौधरी यशपाल सिंह & पूर्व कैबिनेट मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता डा. मैहराजद्दीन अहमद ने कहा है कि सत्ता कांग्रेस ने भी की है लेकिन जिस प्रकार से अब दमन किया जा रहा है ऐसा कांग्रेस शासन में कभी नहीं हुआ। कांग्रेस शासनकाल में सभी को विरोध दर्ज कराने का अधिकार हासिल था। लेकिन पीएम मोदी व सीएम योगी की सरकार में जनता तक से उसके बोलने का अधिकार छीन लिया है। सवाल पूछने वालों को देशद्रोही करा दिया जा रहा है। यह लोकतंत्र की हत्या है।
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