ऋषभ छात्रा प्रकरण: प्रिंसिपल पहुंचे बयान को, मेरठ छावनी के वेस्ट एंड रोड मंदिर मार्ग स्थित ऋषभ एकाडेमी के छात्रा फीस के नाम पर कथित सजा प्रकरण में बुधवार को प्रधानाचार्य मुकेश कुमार बयान सीओ सदर के समक्ष बयान दर्ज कराने पहुंचे लेकिन पता चला कि उनके बयान दर्ज नहीं हो सके। तोपखाना निवासी शैली शर्मा पत्नी विशाल शर्मा ने ऋषभ के प्रधानाचार्य पर फीस जमा होने में देरी की सजा नाम पर उनकी बीमार बतायी गयी पुत्री को धूप में खड़ा रखा तथा उत्पीड़न का आरोप लगाया है। इस मामले को लेकर ऋषभ पर काफी हंगामा भी हुआ था। पुलिस को दखल देना पड़ा था। बाद में शैली शर्मा ने मामले की शिकायत पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों से की थी जिसके चलते सीओ सदर व एसडीएम सदर ने भी मामले की जांच की। जांच रिपोर्ट प्रशासन को भिजवा दी गयी। बुधवार को इस पूरे मामले में पक्ष रखने के लिए ऋषभ के प्रधानाचार्य मुकेश कुमार सीओ सदर के कार्यालय पहुंचे थे, लेकिन बाद में उनके बयान दर्ज न होने की जानकारी मिली। यह भी बताया गया कि अन्य स्टाफ के बयान संभवत हुए हैं। । उल्लेखनीय है कि ऋषभ की छात्रा का यह प्रकरण खूब सुर्खियों में रहा था। फीस के नाम पर छात्रा की सजा की कठोर शब्दों में आलोचना भी की गयी थी, हालांकि ऋषभ मैनेजमेंट तमाम आरोपों को एक सिरे से खारिज करता रहा। इस मामले में जो जांच की गयी थी। उसमें जांच अधिकारी ने दोनों ही पक्षों के बयान दर्ज कर जिला प्रशासन को भेजे थे। हालांकि पीड़ित पक्ष का कहना है कि इस मामले में आरोपियों को सजा तक वो चुप बैठने वाले नहीं हैं। फीस के नाम पर छात्रों को इस प्रकार की सजा दिए जाना शर्मनाक व गंभीर है। पीड़ित पक्ष की बातों से लगता है कि ऋषभ का छात्रा प्रकरण अभी खत्म होता नजर नहीं आता। यह लंबा खिंचेगा। वहीं दूसरी ओर सूत्रों की मानें तो इस मामले को लेकर ऋषभ के आरोपियों के खिलाफ अदालत की मार्फत भी मुकदमा दर्ज किए जाने की तैयारियां चल रही हैं। यदि ऐसा होता है तो सबसे ज्यादा मुसीबत का सामना ऋषभ के प्रधानाचार्य मुकेश कुमार को कराना पड़ सकता है।