बाल दिवस पर बच्चों संग रिया रियो,
MEERUT, बाल दिवस पर बहुत से कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, मेरठ मे अनेक कार्यक्रम हुए, उनमे एक बेटी रिया रस्तोगी, जो कि तिलक रोड निवासी है, ने कुछ अलग प्रेरणा रूपी साधारण कार्य करते समय एक बड़ा संदेश दिया। रिया ने कहा की बच्चे सभी अच्छे व प्यारे होते है और सभी को प्यार और दुलार की जरूरत होती है। चाहे वो बच्चा अल्प विकसित, विकलांग, विछिप्त, गरीब, अमीर या समानये वर्ग से हो, सबको प्यार और दुलार चाहिए और उन्हें सम्मान मिलना चाहिए। इसलिए रिया ने आज एक सरकारी स्कूल के बच्चो के बीच जाकर उनको चौकलेट देकर उनसे प्यार करते हुए उनको व समाज को बच्चो के साथ प्यार बाटने के लिए समय निकालने का संदेश दिया। रिया ने बच्चों के साथ दोस्ती करने के लिए अपना नाम रियो बताया और अपने विचारों से अवगत कराने के लिए एक कविता भी बच्चो को सुनाई जो इस प्रकार है :-
नन्हे-मुन्ने ये छोटे बच्चे
कैसे शैतानियों में लीन पड़े
उम्र में भले ही कम होते हो
कभी सोचो, देखो,
तो कैसे हैं बड़े
हैं ईश्वर के सबसे ये प्रिय
मन में केवल प्रेम के लिए
हम सीखें इन से इंसानियत का पाठ,
कैसे सबसे मिल-जुलकर ये जिए
इनके चेहरों पर रौनक है मासूमियत की
न दिल में रखते किसी के लिए बैर हैं,
न भेद-भाव करने का स्वभाव है इनका
न करते कोई छल-कपट हैं
ऐसे मुस्कान भरे चेहरों से,
सदैव रहें गामों के आंसूं दुर
हाथ में जचे खिलौने-किताबें
पेट की भूख न करे कभी यूँ मजबूर
कि किताब की जगह हो
जिम्मेदारी की सूची हाथ में
ईंटे करें कोमल हथेली पर छाले
न आए जीवन में ऐसे कठिन पल,
जो उम्र से पहले इन्हें बड़ा कर डाले
जिम्मेदारी है ये इस समाज की
हम बड़ी करें एक काबिल नसल
जो महसूस करे सुरक्षित सदैव
हम इनके लिए बनाएँ एक बेहतर कल
बच्चे तो सबके साँझे हैं
हमें रखना है सभी का खयाल
आओ इस बाल-दिवस संकल्प करें
आज ही से करेंगे इनके उज्वल भविष्य का आगाज़
जो मन में हो कुछ संकोच
तो समझना इसको ईश्वर की सेवा
बच्चे तो हमेशा करते हैं बड़ो की इज्ज़त
इस बार, तुम भी बच्चों की इज्ज़त करना
सौदे के आदि हमको
मिलेगा इनका ऐसा अमूल्य स्नेह
ऐसी ऊर्जा से परिपूर्ण होगी वो अनमोल सच्चाई
जैसे घर बैठे ईश्वर के दर्शन हो जाए ।