सांसद डा. बाजपेयी से मिले बुलियन ट्रेडर्स, मेरठ में गढ़ रोड़ पर नई सड़क के किनारे पर स्थित भूखंड सं० 6041 पर ज्वैलरी क्लस्टर/ फैक्ट्री फ्लेटेड काम्प्लेक्स की स्थापना की मांग को लेकर मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन का प्रतिनिधि मंडल गुरूवार को राज्यसभा सांसद डा. लक्ष्मीकांत बाजपेयी से मिला और मांग को लेकर पत्र दिया। मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन के महामंत्री विजय आनंद अग्रवाल ने बताया कि सांसद डा. बाजपेयी को जानकारी दी गयी है कि मेरठ में स्वर्ण आभूषणों के निर्माण एवं व्यापार में 50,000 से अधिक कारीगर उद्योगरत हैं | यहां निर्मित स्वर्ण आभूषण दिल्ली के माध्यम से संपूर्ण देश एवं विदेश में निर्यात होते हैं। इससे राजस्व की हानि होती है। व्यापार दिल्ली के नाम से किया जाता है। मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन 1939 से स्थापित ज्वैलर्स की एक प्रमुख संस्था है। वर्ष 2019 व 2021 में 3 दिवसीय B2B ज्वैलरी एग्जिबिशन मेरठ में आयोजित की जा चुकी हैं। इसमें मेरठ के ज्वैलर्स के स्टॉल प्रदर्शित किए गए थे। ज्वैलरी शो का तृतीय संस्करण आयोजित किया जा रहा है। इसको दृष्टिगत रखते हुए यदि उपरोक्त वर्णित प्लाट स्वर्णाभूषणों के निर्माण हेतु “फ्लैटेड फैक्ट्री काम्प्लेक्स ” के लिए उपलब्ध कराया जाता है, तो सरकार के “वोकल फाॅर लोकल “नारे को साकार करते हुए हमारे हस्तशिल्पी अपनी पूरी ऊर्जा के साथ इस क्षेत्र को मेरठ में नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे तथा देश विदेश में और अधिक नाम मेरठ की ज्वैलरी का होगा। प्रदेश का गौरव एवं राजस्व दोनों ही बढ़ेगा | एक अनुमान के अनुसार वर्तमान में हमारे ज्वैलरी निर्माण व्यवसाय का वार्षिक टर्नओवर लगभग 1000 करोड़ रुपये से भी अधिक का है, जबकि अभी मेरठ में यह व्यापार अधिकांशतः असंगठित (Unorganized) सैक्टर में है। सरकार द्वारा सहयोग मिलने से यह व्यवसाय संगठित (Organized) में परिवर्तित हो जायेगा, जिससे निश्चित रूप से ही यह ज्वैलर्स तथा सरकार दोनों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा। केंद्र व प्रदेश सरकार मेरठ को नई कनेक्टिविटी के साथ आर्थिक राजधानी के रूप में देख रही है। एक्सप्रेसवे, रैपिड ट्रेन, गंगा एक्सप्रेस वे, पौड़ी गढ़वाल एक्सप्रेसके माध्यम से मेरठ आर्थिक भविष्य लिखने जा रहा है ।