ताकि शिक्षित हो सकें गरीब बच्चे भी, गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन ने एक बार फिर निशुल्क एवम अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार ( आरटीई ) के अंतर्गत चयनित बच्चो के दाखिलों को लेकर प्रदेश सरकार , शिक्षा अधिकारियों एवम जिला प्रशासन की लगातार उदासीनता को लेकर आवाज बुलंद की है इस बार आरटीई के अंतर्गत दिल्ली पब्लिक स्कूल , मेरठ रोड ,गाजियाबाद द्वारा बच्चों के दाखिला नही लेने पर बच्चों की पीड़ा और उनको शिक्षा का मौलिक अधिकार दिलाने को जीपीए द्वारा राष्ट्रपति के दरबार मे पहुँचाया गया है गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की अध्य्क्ष सीमा त्यागी द्वारा बताया गया कि दिल्ली पब्लिक स्कूल , मेरठ रोड़ ,गाजियाबाद द्वारा राइट टू एजुकेशन एक्ट 2009 का उलंघन करते हुये आरटीई के अंतर्गत चयनित 29 बच्चों को दाखिला नही दिया गया है बच्चों के दाखिलों की सूची को आये 6 महीने से ज्यादा बीत गये है लेकिन आज 6 महीने बीत जाने के बाद भी बच्चे शिक्षा के मौलिक अधिकार से वंचित है जीपीए ने प्रदेश सरकार , शिक्षाधिकारियों , एवम जिला प्रशासन से अनेको बार बच्चों के दाखिलों की गुहार लगाई जा चुकी अनेको बार बच्चे और उनके अभिभावक बेसिक शिक्षा कार्यलय पर धरना दे चुके है लेकिन प्रदेश सरकार सहित सभी अधिकारी मूक दर्शक बने हुये है गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन के सचिव अनिल सिंह का कहना है कि इसकीं एक बड़ी वजह यह भी है कि स्कूल का मालिक केंद्र सरकार की सेंट्रल डिसपीलेनेरी कमेटी में मेंबर सेक्रेटरी है और राजनीति के वरिष्ठ राजनेताओं सहित राजनीति में मजबूत पकड़ रखता है इसलिये कोई भी अधिजारी स्कूल पर कार्यवाई करने की हिम्मत नही कर पा रहा है इसलिए आज गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन ने देश की महामहिम राष्ट्रपति जी को सम्पूर्ण प्रकरण से अवगत कराते हुये आरटीई के अंतर्गत चयनित बच्चों को उनका शिक्षा का मौलिक अधिकार दिलाने की गुहार लगाई है जीपीए को उम्मीद है कि राष्ट्पति जी के माध्य्म से बच्चों को न्याय जरूर मिलेगा ।