तनाव में हूं..इसलिए जान दे रहा हूं…बच्चों का ख्याल रखना, उन्हें अच्छे से पढ़ाना…माता-पिता की सही से देखभाल करना…जैसे शब्दों के साथ सुसाइड नोट लिखने के बाद बैंक कर्मचारी नवनीत वर्मा (35) ने घर में पंखे पर फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। उन्होंने यह बातें अपने छोटे भाई के लिए लिखीं। नवनीत मेरठ के सदर थाना क्षेत्र के जीआईसी के पास स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया शाखा में क्लर्क थे। सूचना के बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। शनिवार सुबह पिता सेवानिवृत्त शिक्षक सत्यप्रकाश वर्मा ने बेटे का शव पंखे से लटका देखा तो पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दो पेज का सुसाइड नोट कब्जे में लेकर परिजनों से पूछताछ की। जांच में सामने आया कि बैंककर्मी कुछ दिन से तनाव में थे। सुसाइड नोट में भी मौत का कारण तनाव ही बताया है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया कि तनाव की वजह क्या रही। पिता ने पुलिस को बताया कि बृहस्पतिवार रात नौ बजे वह कमरे में सोने चले गए थे। शुक्रवार सुबह जब 8:30 बजे तक नहीं आए तो वह उनके कमरे में पहुंचे। कमरे में जाने के बाद शव पंखे से लटका देखा। परिजनों ने बताया कि नवनीत ने अब तक शादी नहीं कराई थी। उनके काफी रिश्ते भी आए, मगर शादी के लिए तैयार नहीं हुए थे। वह माता-पिता के साथ ही रह रहे थे। नवनीत के छोटे भाई सौरभ वर्मा पत्नी के साथ हमीरपुर में रहते हैं। सौरभ प्रोफेसर हैं। पुलिस ने बताया कि सुसाइड नोट में बैंक एकाउंट से संबंधित जानकारी भी दी गई है।