अवैध कालोनी के साथ अवैध मार्केट भी

अवैध कालोनी के साथ अवैध मार्केट भी
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अवैध कालोनी के साथ अवैध मार्केट भी, मेरठ विकास प्राधिकरण के जोन बी लावड रोड पर राधा कुंज अवैध कालोनी के बाद मौके पर ही अवैध कालोनी के बाहर अवैध मार्केट भी बन कर लगभग तैयार हो गया है। लावड रोड का इलाका अवैध कालोनियों और मार्केट से पूरी तरह से गुलजार है। इस इलाके में भूमाफियाओं की हनक को महसूस किया जा सकता है। प्राधिकरण उपध्यक्ष अखिलेश पांडेय जब पूरे महानगर में अवैध कालोनियों के खिलाफ एक्शन मोड में आकर अवैध कालोनियों को बुलडोज कर रहे थे तब यदि लावड रोड को अपवाद मान लिया जाए तो पूरे महानगर में अवैध कालोनियों और अवैध कांप्लैक्सों का निर्माण कार्य बंद हो गया था, लेकिन लावड रोड ही एक मात्र ऐसा इलाका रहा था जहां प्रशासन-पुलिस व प्राधिकरण के संयुक्त ध्वस्तीकरण अभियान के दौरान भी एक भी दिन अवैध कालोनियों और अवैध कांपलैक्सों का काम नहीं रोका गया था।

गेट पर ही बना दी हैं दुकानें:

राधा कुंज कालोनी के गेट ही पूरा मार्केट भूमाफिया ने बना डाला है। बामुश्किल एक माह के दौरान इस मार्केट की नींव खुदवाए जाने से लेकर भराव और दीवारें खड़ी कर वहां लैंटर डाल देने का काम हुआ है। जो दुकानें तैयार हो गयी है उनमें से कुछ पर शटर भी लगवा दिए गए हैं। यहां बड़ी रकम में दुकानों को सौदा चल रहा है। आसपास के लोगों ने बताया कि लावड‍़ रोड आने वाले समय में बहुत जल्दी फोर लेन में तब्दील होने जा रही है। इसके अलावा रैपिड प्रोजेक्ट के बाद से इस रोड पर कारोबारी नजरिये को ध्यान में रखते हुए जितनी भी अवैध कालोनियां अब भूमाफिया काट रहे हैं उन सभी में कालोनियों के बाहर मेन रोड पर साथ ही बड़े मार्केट भी बनाए जहा रहे हैं। जोन बी सोफीपुर के हिन्दू शमशान घाट में एक खेत में बनाए गए रामा कुंज के बाद अब तक जितने भी अवैध मार्केट भूमाफियाओं ने बनाए हैं उनमें राधा कुंज का मार्केट ही दूसरा सबसे बड़ा मार्केट माना जा रहा है। गौरतलब है कि रामा कुंज मार्केट को प्राधिकरण के अफसर ध्वस्त करना तो दूर की बात उसको छू भी नहीं सके। वैसा ही अब राधा कुंज मार्केट के मामले में भी होता नजर आ रहा है।

बड़ी अवैध कालोनी राधा कुंज:

प्राधिकरण के अवैध कालोनियों के खिलाफ चलाए जा रहे प्राधिकरण के ध्वस्तीकरण अभियान के दौरान ही लावड रोड पर राधा कुंज अवैध कालोनी का उदय पूरी ताकत के साथ हुआ। ऐसा नहीं कि यह रातों रात काट दी गयी थी। इस अवैध कालाेनी का काम पिछले करीब एक साल से ज्यादा वक्त से चल रहा है। हरी भरी कृषि खेती को नष्ट कर राधा कुंज कालोनी मेन रोड पर काटी गयी है। इस कालोनी के लिए सैकड़ों हरे भरे पेड़ काट दिए गए। न कोई पूछने वाला और ना ही कोई रोकने या टोकने वाला। दिन रात आरी चलाकर हरियाली का कत्ल कर राधा कुंज कालोनी को काटा गया है। अब यह पूरी तरह से तैयार हो गयी है। इसका भव्य विशाल गेट देखकर अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता कि भूमाफिया प्राधिकरण प्रशासन के उन अफसरों पर इतने भारी पड़ सकते हैं जो दिन रात अवैध कालोनियों के खिलाफ हुंकार भरते नजर आते हैं।

अवैध खनन से भराव:

लावड रोड पर काटी गयी अवैध कालोनी राधा कुंज के लिए खेतों को खत्म किया गया था। जिन खेतों को खत्म किया गया, वहां अवैध कालोनी का काम शुरू करने से पहले अवैध कालोनी काटने वाले भूमाफिया ने इसका गहरे खेत में भराव का काम कराया। लंबे अरसे तो इसके खेतों का ही भराव चलता रहा। इसके लिए मिट्टी का इंतजाम भी बताया जाता है कि अवैध खनन करा कर ही कराया गया। राधा कुंज के लिए जो ट्रक और जेसीबी मशीनें उपयोग में लायी गयी हैं, वो आज भी इस कालोनी से कुछ दूरी पर विश्राम वाटिका के बाहर खड़ी देखी जा सकती हैं। आसपास के लोगों ने बताया कि केवल राधा कुंज ही नहीं बल्कि जोन बी में जहां-जहां भी अवैध कालोनियां का काम चल रहा है, वहां पर यही से जेसीबी मशीन व डंफर तथा ट्रक भेजे जाते हैं। जो शख्स अवैध खनन कराकर अवैध कालोनियों के लिए मिट्टी के इंतजाम का काम रहा है उसने भी इस रोड पर एक अवैध मार्केट मोदीपुरम पल्लवपुरम इलाके में कुछ अवैध कालोनियां में हिस्सेदारी रखी है।

राधा कुंज के दो रास्ते:

अवैध कालोनी राधा कुंज की विशालता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसका एक छोर तो लावड रोड पर है और दूसरा छोर जटौली मार्ग स्थित शील कुंज वाले मार्ग पर स्थित है। ये दोनों ही इसके एंट्री गेट हैं। एंट्री गेटों को तैयार करने में भी कई दिन का वक्त लगा था। अब ये पूरी तरह से तैयार हैं। बल्कि यूं कहें कि राधा कुंज में अब प्लाटो की बिक्री शुरू करा दी गयी है। यहां दिन भर छत का सपना देखने वालों की आवाजाही लगी रहती है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं कि राधा कुंज में जो लोग आशियाना बनाने का सपना संजोए हैं उन्हें इस बात का इलम है या नहीं कि राधा कुंज एक अवैध कालेानी है और एक ना एक दिन इसका भी हश्र परतापुर के इटायरा गांव में काटी गयी अवैध कालोनियां या फिर किला रोड पर काटी गयी अवैध कालोनियाें सरीखा संभव है।

कार्रवाई के बजाए खड़े किए हाथ: राधा कुंज पर नोटिस या इस प्रकार की छोटी मोटी कार्रवाई को यदि अपवाद मान लिया जाए तो मेरठ विकास प्राधिकरण खासतौर से जोन की रिपोर्ट पर अब तक कोई बड़ी कार्रवाई की गयरी हो इसकी जानकारी नहीं मिली है। केवल इतना पता चला है कि नोटिस जारी किए गए हैं। कभी इसको सील किया गया ऐसे भी चिन्ह ग्रांउड जीरों पर नहीं मिलें । कुछ ही दूरी पर एक होटल पर मिले लोगों ने भी इस बात की जानकारी दी कि राधा कुंज को आज तक सील करने प्राधिकरण की टीम नहीं आयी है। यहां लगातार काम जारी है। यह बात अलग है कि फाइलों में राधा कुंज पर सील लगी हो। ऐसा पहले भी कई मामलों में हुआ है। जहां पता चला कि कागजों में सील गला दी गयी है।

वर्जन

बचेगा कोई नहीं

भूमाफिया अवैध कालोनी काटें या फिर अवैध निर्माण करें, बारी सबकी आनी है बचेगा कोई नहीं। विभाग का काम करने का अपना एक तरीका है। तमाम विधिक कार्रवाई पूरी करने के बाद ही अंतिम कार्रवाई की जाती है। एक दिन पहले ही रासना में साठ बीधा सरकारी जमीन मुक्त करायी है। लेकिन उससे पहले विधिक कार्रवाई भी की जाती है। 

सीपी तिवारी-सचिव


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