सांसद को नजर आ रहीं मगर अफसरों को नहीं, पल्लवपुरम पुरम के लोगों ने सांसद अरुण गोविल को बुलाया
मेरठ/ कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए सीएम योगी के निर्देशों के बाद किए गए इंतजामों के नाम पर कारगुजारियों की यूं तो लंबी फेरिस्त हैं, लेकिन कुछ ऐसी हैं जो बेहद गंभीर हैं और खतरनाक व जानलेवा भीं। ऐसी ही कुछ खामियां सांसद अरूण गोविल को दिखाई देती हैं, लेकिन कांवड़ आॅल इज वैल का दावा कर रहे कांवड़ इंतजामों में लगे ऐसे अफसरों को नहीं जिनकी गाड़ियां दिन भर सड़कों पर दौड़ती देखी जा सकती हैं, उन्हें नहीं।
दरअसल हुआ यह कि पल्लवपुरम के भाजपा नेताओं ने कांवड़ तैयारियों के नाम पर छोड़ दी गयी बदइंतजामों की फेरिस्त मेरठ-हापुड़ सांसद अरूण गोविल को भेजी थी। मामला कांवड़ियों की सुरक्षा से जुड़ा था इसलिए अरुण गोविल बगैर वक्त जाया किए मौके पर जा पहुंचे। लोगों ने उन्हें खामियां दिखार्इं। इनसें बिजली के वो खंभे थे जिनमें पन्नी लगाने का काम छोड़ दिया गया। पल्लवपुरम के भाजपा नेताओं ने सांसद को बताया कि यह वो जगह है जहां हरी घास देखकर अक्सर कांवड़ियां थकान उतरने के लिए विश्राम करते हैं। बारिश का दौर है, ऐसे में पन्नी का ना लगाया जाना सुरक्षा से खिलवाड़ है। साथ ही प्रशासन के उन अफसरों की भी पोल खुल गयी जो दावा कर रहे हैं कि सब कुछ निरीक्षण कर लिया है, कहीं कोई खामी नहीं मिली
मानक के विपरीत प्लास्टिक
बिजली अफसरों ने जिस प्रकार की प्लस्टिक लगाने का ठेका शर्तों में कहा है, ठेकेदार में उसमें घपला कर दिया। जिस क्वालिटी की प्लस्टिक लगायी जानी की बात तय की गयी थी, वो ना लगाकर साधारण लगा दी गयी।