ना चुनाव से पहले साथ ना बाद में, सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की तमाम कोशिशों के बाद भी सरधना विधायक अतुल प्रधान से मेरठ में सपा के बड़े नेताओं की नाराजगी खत्म होती नजर नहीं आ रही है। हालांकि इस नाराजगी कीमत सपा सुप्रीमो को मेरठ नगर निगम महापौर के चुनाव में चुकानी पड़ी है, लेकिन इतना कुछ खत्म होने के बाद भी अभी भी नाराजगी की दीवार गिरती नजर नहीं आ रही है। इसका नजारा गुरूवार को एक बार फिर देखने काे मिला जब सपा के तमाम बड़े नेताओं अतुल प्रधान व संगठन के संयुक्त प्रदर्शन से खुद को दूर कर लिया। कार्यकर्ताओं का कहना है कि यदि यही हाल रहे तो अतुल प्रधान का विरोध करने वाले जो सपाई लोकसभा में पहुंचने का सपना देख रहे हैं उनका सपना कभी भी पूरा होने वाला नहीं। गुरूवार को हुए सपा के विरोध प्रदर्शन में जैसी आशंका व्यक्त की जा रही थी बिल्कुल वैसा ही हुआ। जिला संगठन के इस विरोध प्रदर्शन में कई बड़े झांकने तक नहीं आए।जब पार्टी के नेताओं से बात की गई तो उनका कहना है कि जिले स्तर से उन्हें कोई सूचना नहीं मिल रही हैं, ऐसे में कैसे कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं।समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष चौधरी जयवीर सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ता ऊर्जा भवन पहुंचे। उनका कहना है कि खराब ट्रांसफॉर्मर व जर्जर तारों को अभी तक बदला नहीं गया। मौसम खराब होने पर ट्रांसफर और तार खराब हो जाते है, तो इनकी वजह से कई घंटे तक बिजली गायब रहती हैं। जिस वजह से जनता को काफी समस्या होती है।
भीषण गर्मी में लगातार बिजली कटौती बढ़ गई हैं। इसके अलावा बिजली विभाग की ओर से किसानों के बिल माफ होने के बाद भी वसूली की जा रही है। वहीं निजी नलकूप हेतु कनेक्शन के लिए किसान परेशान है, लेकिन कनेक्शन नहीं मिल पा रहे हैं। निजी नलकूप में बिल की 100 फिसदी छूट हैं। इसके बाद भी बिल के नाम पर किसानों को परेशान किया जा रहा है। इन्हीं समस्याओं को लेकर समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधि मंडल ने पीवीवीएनएल की एमडी चैत्रा वी को ज्ञापन सौंपा है।
शाहिद मंजूर व रफीक अंसारी समेत पार्टी के अन्य बड़े नेताओं ने बनाई दूरी
जिले स्तर पर हो रहे समाजवादी पार्टी के कार्यक्रम से पूर्व कैबिनेट मंत्री व किठौर विधायक शाहिद मंजूर और शहर विधायक रफीक अंसारी समेत पार्टी के कई बड़े नेता शामिल नहीं रहे। इस मामले में शायद मंजूर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जिले स्तर पर हो रहे कार्यक्रम की सूचना उन्हें नहीं दी गई है। जिस वजह से शाहिद मंजूर शामिल नहीं हुए।