नई दिल्ली/मुंबई। फिल्मी दुनिया खासतौर से बंगली फिल्मों का एक चमकता हुआ सितारा जोय बनर्जी हमेशा के लिए दुनिया को अलविदा कह गया। उनकी मौत की खबर से उनके फैन्स का रो-रोकर बुरा हाल है। जोय बनर्जी केवल फिल्मी सितारा ही नहीं थे, वो बेहद अच्छे इंसान भी थे, लोगों की मदद करना उनका शगल बन गया था। भले ही कोई जानकार हो या अंजान वो किसी की भी मदद कर बेहद खुश होते थे और मदद की इस बात को वह हमेशा ही पर्दे में रखते थे। रूपली दुनिया के कई ऐसे कई लोग है जिन्हें जब दुनिया को अलविदा कहने की खबर लगी तो उन्होंने बताया कि इस सितारे ने कैसे उनकी मदद की और किसी को ना बताने की कसम तक दी। ऐसे लोगों की लंबी फेरिस्त है। उनके निधन से परिवार वालों का भी रो-रोकर बुरा हाल है। भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले बनर्जी का सुबह 11.35 बजे निधन हो गया। उनके परिवार में उनकी पत्नी और मां हैं। 80 और 90 के दशक के मैटिनी आइडल, उन्होंने टॉलीवुड को हीरक जयंती (1990), मिलन तिथि (1985) और नागमती (1983) जैसी कई हिट फिल्में दीं, इसके अलावा चॉपर (1986) भी उन्होंने बेहतरी फिल्मों में से एक है जिसे क्रिटीक्स ने खूब सराहा। जॉय बनर्जी ने अपने करियर की शुरुआत फिल्म अपरूपा से की थी और पहली ही फिल्म से वे दर्शकों का ध्यान खींचने में कामयाब रहे थे। पिछले सालों में वे किसी फिल्म में नजर नहीं आए और उन्होंने राजनीति में कदम रखा। जॉय ने 2014 और 2019 में बीजेपी के टिकट पर चुनाव तो लड़े लेकिन हार गए। इसके बाद 2021 में उन्होंने ऑफिशियली अनाउंस किया कि वे राजनीति छोड़ रहे हैं। परिवार वालों ने बताया कि कोलकाता के एक अस्पताल में 62 वर्ष की आयु में निधन हो गया। बनर्जी को 15 अगस्त को सांस लेने में गंभीर तकलीफ के बाद निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) से पीड़ित थे।