तुरंत मुआवजा व जरुरी सुविधायें की जाये उपलब्ध, बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों को राष्ट्रीय प्राकृर्तिक आपदा घोषित करे केन्द्र सरकार: तितौरिया
मेरठ। भारतीय किसान यूनियन इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप तितौरिया ने देश में बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों को राष्ट्रीय प्राकृर्तिक आपदा घोषित करने की केन्द्र सरकार से मांग की। श्री तितौरिया ने कहा कि एक तरफ तो किसान पानी की मार से परेशान है उसकी फसल तो नष्ट हुई है उसकी जमीन भी पानी बहा कर ले गया। उसके आजीविका व जीवन के साथी उसके पशु भी इस बाढ़ में बह गये है बेचारे किसान भाईयों के पास न तो जमीन बची न ही आजीविका का साधन। पूरे उत्तर भारत विशेषकर पंजाब के किसानों की हालात काफी खराब है। इस समय केन्द्र सरकार व राज्य सरकारें कुम्भकर्णी नींद सो रही है। देश का प्रधानमंत्री प्रजा को मरण अवस्था में छोड़कर विदेश भ्रमण में लगा हुआ है। न कोई सहायता दी जा रही है और न ही कोई बचाव की व्यवस्था है। बेचारे किसान स्वयं ही बाढ़ के पानी से बचने की कोशिश में लगा हुआ है। कितने ही परिवारों के सदस्य इस बाढ़ के पानी में बह गये। उनकी जीवन भर की पूँजी बाढ़ का पानी अपने साथ ले गया।
आज के इस युग में जब तकनीक काफी उन्नत है और किसी भी प्रकार की आपदा से बचने के लिए सैटलाइट है जो पहले ही मौसम के सम्बन्ध में चेतावनी दे देते है तब केन्द्र व राज्य सरकारों ने इस आपदा से बचने की व्यवस्था क्यों नही की। यह दोनों सरकारों की घोर लापरवाही। जिस कारण अनेकों किसानों की फसल, पशु, घर और परिवारजन बाढ़ के पानी में बह गया।
श्री तितौरिया ने कहा कि अभी तो जब बाढ़ का पानी उतरेगा तब बीमारियों और महामारी फैलने का खतरा है। उन्होने केन्द्र व राज्य सरकारों से बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के लिए विशेष पैकेज देने के साथ ही चिकित्सा सेवा व उचित मुआवजा देने की मांग की।