जीएसअी के फर्जी पेपर लगाकर मैसर्स भूमि एंटरप्राइजेज ने लिए ठेके, जांच में कार्रवाई की संस्तुति के बाद भी फाइल पर अफसर मारे बैठे हैं कुंडली
मेरठ। जीएसटी के फर्जी पेपर लगाकर करोड़ों के ठेके लेने का सनसनी खेज मामला सामने आया है। दरअसल में पीवीवीएनएल के एक ठेकेदार ने जीएसटी के फर्जी पेपर लगाकर व फर्जी टर्न ओवर दिखाकर महकमे के करोड़ों के ठेके ले लिए। मामले की शिकायत किए जाने पर पीवीवीएनएल चीफ ने अधीक्षण अभियंता अभिषेक सिंह को मामले की जांच सौंपी। जांच में बेहद चौंकाने वाली धांधली सामने आयीं। जो रिपोर्ट अधीक्षण अभियंता ने मुख्य अभियंता गुरजीत सिंह को सौंपी उसमें कहा गया है कि मैसर्स भूमि एंटरप्राइजेज पिछले कई सालों से विभाग से निकाली जाने वाली निविदाओं में जीएसटी के फर्जी पेपर लगा रहे हैं। अधीक्षण अभियंता ने अपनी जांच रिपोर्ट में सीजीएसटी के असिस्टेंट कमिश्नर डिविजन 2 ज्यूरिडिक्शन सेंट्रल के स्तर से करायी गयी जांच का हवाला देते हुए बताया है कि असिस्टेंट कमिश्नर की रिपोर्ट के सापेक्ष्य जो पेपर मैसर्स भूमि एंटरप्राइजेज ने जो पेपर प्रस्तुत किए हैं उनमें भिन्नता है। अधिक्षण अभियंता का कहना है कि टर्न ओवर में भी भिन्नता है। निष्कर्ष निकलता है कि टर्न ओवर के सर्टिफिकेट भ्रामक एवं फर्जी हैं। अत: मामले में कार्रवाई की संस्तुति की जाती है।
सीजीएसअी कमिश्नर का पत्र
जीएसटी के फर्जी पेपरों से करोड़ों के ठेके लिए जाने के इस मामले की जांच करने वाले असिस्टेंट कमिश्नर सीजीएसटी डिविजन सैकेंड मेरठ ने भी एक पत्र सुप्रीटेंडेंट इंजीनियर इलेक्ट्रिकसिटी डिविजन सर्किल फर्स्ट को भी भेजते हुए आरोपी के खिलाफ की जाने वाली कार्रवाई से अवगत कराने का आग्रह किया है। साथ ही जांच को लेकर एक रिपोर्ट भी भेजी गयी है। इस बीच जानकारी मिली है कि उक्त फर्म को ब्लैकलिस्टेड करने की भी संस्तुति की गयी है।
इस संबंध में मुख्य अभियंता गुरजीत सिंह ने बताया कि उक्त फर्म के खिलाफ कार्रवाई के लिए अधीक्षण अभियंता विद्युत वितरण मंडल प्रथम को निर्देश दिए गए हैं।