CCSU में साक्षरता जागरूकता रैली, विधिक सेवा के केंद्र व विधि अध्ययन संस्थान, चै. चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर, मेरठ द्वारा अंतराष्ट्रीय मजदूर दिवस के उपलक्ष्य में भारत के विकास में श्रमिकों की भूमिका एवं श्रमिको के अधिकारो के बारे मे विधिक साक्षरता एवं जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। रैली का उद्घाटन संस्थान के समन्वयक डा0 विवेक कुमार ने किया। उन्होंने मजदूर दिवस पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एक मई को विश्व अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस के रूप में मनाता है। यह दिन दुनिया के मजदूरों और श्रमिक को समर्पित है। इस दिन को लेबर डे, मई दिवस, और अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस भी कहा जाता है। यह दिन मजदूरों के सम्मान, उनकी एकता और उनके हक के समर्थन में मनाया जाता है। अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाने के पीछे मुख्य उद्देश्य मजूदरों की उपलब्धियों का सम्मान करना, उनके अधिकारों के लिए आवाज उठाना व उनको बुलंद करना है। मजदूर संगठन को मजबूत करने और उनके योगदान पर चर्चा करते हुए कहा कि इस अवसर पर सभी श्रमिकों को समान वेतन और समान अधिकार की उपलब्धता सरकारो को सुनिश्चित करनी चाहिए, भारत में श्रमिक विधियों में किये गए संशोधन इस ओर सकारात्मक कदम है। सुदेशना ने श्रमिको के मूल अधिकारो के बारे मे जानकारी दी। डा0 कुसुमा वती ने न्यूनतम मजदूरी अधिनियम के विषय मे श्रमिको को जानकारी दी। श्री आशीष कौशिक ने मजदूरो से संबंधित कानूनो की जानकारी दी। डा0 विकास कुमार ने मजदूरो को निशुल्क विधिक सहायता के बारे मे अवगत कराया। अपेक्षा चैधरी ने मजदूरो से संबंधित राज्य सरकार की योजनाओं से अवगत कराया। विधि अध्ययन संस्थान के शिक्षको व छात्र-छात्राओं ने विश्वविघालय मे काम कर रहे श्रमिको को सम्मान के प्रतीक के रूप मे श्रमिक दिवस मनाया तथा सभी मजदूरो को फलाहार एवं खाद्य सामग्री का वितरण किया गया। इस जागरूकता एवं फलाहार वितरण कार्यक्रम मे मुख्य रूप से विश्वविघालय अभियन्ता मनीष मिश्रा और संस्थान के समस्त शिक्षक एवं छात्र उपस्थित रहे। जिसमे डा0 धनपाल सिंह, डा0 महिपाल, डा0 मीनाक्षी और छात्राें में निगम बोध, शिवम चैधरी, शाक्षी झा, पे्ररणा अग्रवाल, इरम, आकांक्षा, गंगा बंसल, उत्कर्ष, रोहन स्वरूप एवं हर्ष आदि उपस्थिति रहे।