
बोर्ड का रेवेन्यू स्टॉफ खुद साथ जाकर कटवा रहा है ढाई हजार तक की रसीदें, कैंट में दुकानों से भी तहबाजारी की वसूली
मेरठ। कैंट बोर्ड ने जो तहबाजारी का ठेका छोड़ा है उसमें साफ लिखा है कि केवल चलते फिरते हॉकरों से तहबाजारी की रसीद काटनी है। लेकिन ठेकेदारों के लोग अब कैंट इलाके में दुकानदारों से भी तहबाजारी की वसूली कर रहे हैं। यह वसूली पांच सौ , एक हजार व ढाई हजार रुपए तक की जा रही है। हैरानी तो इस बात की है कि यह ठेकेदारों के लोगों को इस वसूली में मदद करने का काम खुद कैंट बोर्ड रेवेन्यू सेक्शन का स्टाफ कर रहा है।
जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए। नियमानुसार तहबाजारी का ठेकेदार केवल उतनी ही रकम की रसीदें कटवा सकता है जितनी रकम कैंट बोर्ड के साथ हुए उसके एग्रीमेंट में तय की गयी है, लेकिन मंगलवार को कैंट बोर्ड के ठेकेदार के एक शख्स के साथ रेवेन्यू सेक्शन के कर्मचारी दुर्गा, रवि आदि कई लोग घूम-घूम कर दुकानदारों की रसीदें काटवा रहे थे। इन्होंने कैंट बोर्ड के आसपास जितनी दुकानें है तथा चटाई वाले हैं उन सभी की रसीदें काटीं। नाम न छापे जाने की शर्त पर एक दुकानदार ने बताया कि आज ये लोग मेले के नाम पर तहबाजारी की रसीद काट कर गए हैं। इसकी एवजी में ढाई हजार रुपए लेकर गए। जब ठेकेदार के कारिंदे से कहा कि यहां तो मेला लगता ही नहीं और वो तो खुद दुकानदार हैं, उनकी दुकान कई पुश्तों से है तो बोर्ड के रेवेन्यू का जो स्टाफ साथ चल रहा था उन्होंने कहा कि यह रसीद कटवानी पड़ेगी। साहब लोगों का आदेश है। साहब लोगों की भी तो दीपावली करानी है। इसी तरह से चटाई बनाने वालों का भी काम पुश्तैनी है। उनका घर दुकान एक ही जगह है, उनकी भी रसीद इतनी ही रकम की काटी गयी। कुछ ने इस संवाददाता को जो रसीद काटी गयी वो भी दिखाई। इस संबंध में रेवेन्यू सेक्शन हेड जोन से बात का प्रयास किया गया लेकिन कॉल रिसीव नहीं की गयी।