
तेजस्वी के चेहरे पर चुनाव, मुकेश सहानी होंगे डिप्टी सीएम, महागठबंधन का पेंच सुलझा अब चुनाव समर
नई दिल्ली/पटना। न्यूज ट्रेक्टर24.in की भविष्णवाणी सही साबित हुई। तमाम अटकलों काे खारिज करते हुए बताया गया था कि महागठबंधन में सब कुछ ठीक चल रहा है। कहीं कोई टूट नहीं हो रही है। कांग्रेस ओर आरजेडी के जो नेता चुनाव में फुदक रहे थे उनके अरमान ठंड़े कर दिए गए हैं। तय किया गया है कि चुनाव बतोर सीएम तेजस्वी यादव के फेस पर लड़ा जाएगा मुकेश साहनी डिप्टी सीएम मंजूर कर लिए गए हैं। दोनों दलों के बड़े नेताओं का यह फार्मूला सभी ने स्वीकार कर लिया है। अब दोनों ही दल पूरे दमखम के साथ चुनाव में उतर गए हैं। अशोक गहलोत ने बिहार चुनाव में तेजस्वी यादव को सीएम चेहरा बनाने का ऐलान किया। अशोक गहलोत ने तेजस्वी यादव को सीएम कैंडिडेट बनाने का ऐलान करते हुए कहा कि बीजेपी अब अपना मुख्यमंत्री के बारे में बताए। उन्होंने मुकेश सहनी को डिप्टी सीएम बनाने का समर्थन किया। इसके अलावा कई उपमुख्यमंत्री बनाए जाएंगे, जो अन्य सहयोगी दलों से होंगे।
तेजस्वी का पीएम पर बड़ा हमला
सीएम फेस को लेकर तेजस्वी यादव से आज मीडिया ने भी सवाल किया तो तेजस्वी यादव ने कहा- मैं दे रहा जवाब कि कौन होगा महागठबंधन का सीएम चेहरा। तेजस्वी ने कहा- मीडिया में बार ये सवाल उठा रहा था कि महागठबंधन का सीएम चेहरा कौन होगा। मुझे इसका कोई इंतजार नहीं था। यहां मुख्यमंत्री बनने के लिए नहीं बल्कि सरकार बनाने की जंग है। इसके लिए मैं लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, कांग्रेस और बाकी सभी पार्टियों का धन्यवाद देता हूं कि सबने मुझ पर भरोसा जताया। महागठबंधन के नेताओं और कार्यकर्ताओं को मैं दिल से धन्यवाद देता हूं। तेजस्वी यादव ने कहा- बीजेपी के लोग नीतीश जी को दोबारा सीएम नहीं बनाएंगे। हमने इस पर मुहर नहीं लगाई। ये तो अमित शाह ने खुद कहा कि विधायक दल अपना नेता चुनेगा। अमित शाह से मेरा सवाल- आखिर क्यों नीतीश जी के चेहरे के नाम पर घोषणा नहीं की जा रही। जदयू में 3-4 नेता बीजेपी के लिए काम कर रहे, वो जदयू को खत्म करना चाहते। चुनाव बाद ये लोग जदयू को समाप्त कर देंगे। ये मान कर चलिए कि नीतीश कुमार का ये आखिरी चुनाव है। ये अमित शाह ने फैसला ले लिया है।
नहीं टूटना था गठबंधन
राहुल गांधी और तेजवस्वी यादव के करीबियों का कहना है कि बिहार चुनाव के मुद्दे पर इंडिया गठबंधन किसी भी दशा में नहीं टूटना था। यह सब बीजेपी आईटी सेल की करतूतें थीं जो मिथ्या साबित हुई हैं। राहुल गांधी ने पहले ही तय कर लिया था कि सीएम फेस तेजस्वी होंगे। राहुल व तेजस्वी किसी भी कीमत पर वोट अधिकार यात्रा की मेहनत पर पानी नहीं फिरने देते। जो कुछ भी इंडिया गठबंधन को लेकर चल रहा था वह केवल लोकल स्तर पर था।