चुनाव घोषणा पत्र के वक्त बगैर कुछ बोले मंच से उतरे, पीएम के साथ चुनावी रैली से काट ली कन्नी, पीएम मोदी के रोड शो से भी बनायी दूरी
नई दिल्ली/पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में सीएम नितिश कुमार और भाजपा के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। जिसके चलते यह भी आशंका जतायी जा रही है कि चुनाव बीच ही नितिश कुमार कोई बड़ा धमका कर सकते हैं, यदि ऐसा हुआ तो जो बिसात भाजपा ने सीएम की कुर्सी के लिए बिछायी है उसके सारे पासे उलट जाएंगे और फिर हाथ मलने के अलावा कुछ भी नहीं रहेगा। वहीं दूसरी ओर इंडिया गठबंधन इस सारी उठापटक पर भी बारिकी से नजर रखे हुए है। वैसे यहां यह भी साफ कर दें कि सूत्रों का कहना है कि जो अल्टीमेटम सुशासन बाबू ने भाजपा को दिया था, उसकी मियाद आज रात 12 बजे खत्म हो गयी है।
यूं ही नहीं जतायी जा रही आशंका
नितिश कुमार और भाजपा के हनीमून को लेकर राजनीतिक विश्लेषकों की आशंका यूं ही नहीं है। वो अपनी बात घटनाक्रमों का उल्लेख करते हुए रख रहे हैं। पहली घटना एनडीए का घोषणा पत्र। एनडीए का घोषणा पत्र जारी करते वक्त भाजपा नेता चाहते थे कि नितिश कुमार कुछ बोलें, लेकिन नितिश कुमार मंच पर केवल पचास सेकेंड ही रूके और बगैर कुछ बोले मंच से नीचे उतर गए। इसके बाद पीएम मोदी के साथ उन्हें चुनावी रैली को संबोधित करना था, लेकिन एन मौके पर उन्होंने अपने कदम पीछे खींच लिए और रही सही कसर उन्होंने अब पीएम मोदी के रोड शो में पूरी कर दी। भाजपा नेताओं के बार-बार आग्रह के बाद भी वह पीएम मोदी की गाड़ी पर नहीं चढेÞ। पीएम मोदी को अकेले ही रोड शो करना पड़ा। थक हार कर भाजपाइयों को लल्लन सिंह से काम चलाना पड़ा।